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फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम में 950 लोगों को खिलाई गई दवा

गाजीपुर। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत शनिवार को फाइलेरिया उन्मूलन जन जागरूकता कार्यक्रम जनपद के लूदर्स कॉन्वेंट स्कूल, राजकीय महिला इंटर कॉलेज महुआबाग के साथ ही पुलिस लाइन में चलाया गया। इन तीनों स्थानों पर करीब 950 लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई गयी । इन सभी लोगों को एक दिन पूर्व ही बता दिया गया था कि सभी लोगों को भोजन करके आना है, जिसके पश्चात उन्हें दवा खिलाई जाएगी।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि शनिवार को इस कार्यक्रम की शुरुआत लूदर्स कॉन्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर अल्फोंसा को फाइलेरिया की दवा खिलाकर की गयी । उसके पश्चात स्कूल में आए हुए शिक्षकों सहित कुल 390 छात्राओं को भी दवा खिलाई गयी। इसके पश्चात मलेरिया विभाग की पूरी टीम गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज महुआबाग पहुंची जहां पर प्रिंसिपल और शिक्षक सहित करीब 250 छात्राओं को दवा खिलाई गयी । इसके पश्चात यह टीम पुलिस लाइन पहुंची जहां पर पुलिस लाइन के बैरक में रहने वाले समस्त पुलिसकर्मियों को दवा खिलायी गयी । उन्होंने बताया कि वैसे तो इस कार्यक्रम का समापन 8 जनवरी को होना था । लेकिन बहुत सारे स्कूल के बच्चे इस दवा के सेवन से छूट गए थे जिसको लेकर आज विशेष कार्यक्रम चलाया गया जिसमें करीब 950 लोगों को दवा खिलाई गई।
उन्होंने बताया कि फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसलिए सभी जनपद वासियों को आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा दी गई दवा खिलायी गयी है। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस दवा को कोई भी व्यक्ति खाली पेट ना खाएं बल्कि खाना खाने के बाद ही इस दवा का सेवन करें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए माइक्रो प्लान बना लिया गया था। इसके अनुसार जनपद में 35,96,055 जनसंख्या को लक्ष्य बनाया गया था। लोगों को दवा खिलाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के लिए 3360 एवं अर्बन क्षेत्र के लिए 104 टीम बनाई गई थी और इन सभी के सुपरविजन के लिए 632 टीम ने काम किया। इसके अलावा जनपद स्तर पर एक और ब्लॉक स्तर पर 16 टीम रैपिड एक्शन बनाई गई थी जो इस पूरे कार्यक्रम के सफलता के लिए कार्य किया।

यह दवा सभी लोगों को भोजन करने के बाद दिन में 11 बजे से 5 बजे के बीच खिलाई जाएगी । इसमें डीईसी एवं एलबेंडाजोल की गोलियां लोगों की दी जाएगी। 2 से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली व एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली व 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी।