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हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

जमानियां। नगर स्थित पक्का घाट स्थित गंगा नदी के तट पर गुरुवार की सुबह गलन भरे ठंड हजारों श्रद्धालुओं ने स्नानकर दान किया और प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही।

नगर सहित ग्रामीण अंचलों में गंगा घाट पर मकर संक्रांति के अवसर पर श्रधालूओं ने गंगा में डूबकी लगायी। मौजूद लोगों ने बताया कि सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है मकर संक्रांति का पर्व। ज्योतिश आचार्य संतोष पाण्डेय ने बताया कि विक्रम संवत पंचांग के मुताबिक जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, उस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। यही कारण है कि कभी ये त्योहार 14 जनवरी तो कभी 15 जनवरी को मनाया जाता है। सुबह-सुबह उठकर नहाना, अपने ईष्ट देव को प्रणाम करना, पतंगबाजी और खिचड़ी- हर प्रांत में इस त्योहार को मनाने का तरीका अलग होता है। यह त्योहार सर्दियों की समाप्ति और नई फसल के मौसम की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस दौरान नपा के द्वारा घाट पर अलाव की व्यवस्था भी की गई थी और सुरक्षा व्यवस्था मे कोतवाली प्रभारी राजीव कुमार सिंह के अलावा मंसाराम गुप्ता आदि पुलिस कर्मी गंगा घाट पर भ्रमण करते रहे।