गाजीपुर। जिला कुष्ठ अधिकारी ने बताया है कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत 30 जनवरी से 13 फरवरी 2021 तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान जनपद के समस्त ग्राम सभा/पंचायत/नगरीय वार्ड में चलाया जायेगा। कुष्ठ एक रोग है जो माइक्रोबैक्टीरियम लैप्रो नामक रोगाणुओं से होता है। यह जन्म से या पैतृक रोग नही है।
इसके लक्षण शरीर के चमड़ी पर हल्के रंग का समतल या उभरा हुआ दाग जिसमें सुन्नता हो तथा हाथ पैर के नसों मे मोटापन, सूजन, झनझनाहट एवं हाथ-पैर के तलवे में सुन्नता हों तथा इसके उपचार एम0डी0टी0 दवा से रोग पूर्णतः ठीक हो जाता है, यदि रोग पहचान के तुरन्त बाद उपचार शुरू कर दिया जाय तो विकलांगता से बचा जा सकता है। उन्होने विशेष जानकारी दी है कि कुष्ठ से विकलांग हुए रोगियो का निःशुल्क सर्जरी होता है एवं सर्जरी के उपरान्त 8000रू0 मानदेय तीन किस्तो मे दिया जाता है। नये कुष्ठ रोगी जिनमें विकलांगता के लक्षण न हो, को आशा, ऑगनबाड़ी वर्कर या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा जॉच हेतु सामु0/प्राथ0 स्वा0 केन्द्र/ चिकित्सालय में लाने पर एवं कुष्ठ रोग की पुष्टि होने पर 250रू मानदेय और यदि ऐसे रोगी में विकलांगता परिलक्षित है, तो मानदेय 200 रू दिया जाता है।