गहमर(गाजीपुर)। स्थानीय गांव से सायर का संपर्क मार्ग दो बर्षो में ही गढ्ढों में तब्दील हो चुका है। आए दिन इस मार्ग पर चलने वाली गाड़ियां दुर्घटना का शिकार हो रही है। बता दे कि दो वर्ष पूर्व ही लगभग 60 लाख की लागत से इसका मेंटेनेंस का काम किया गया था जो पहली बरसात के बाद ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दी। लगभग 45 साल पहले बनी इस संपर्क मार्ग पर पहले की अपेक्षा आवागमन काफी बढ गया है| भवन निर्माण सामाग्री तथा अन्य जरूरी समानों से लदी बड़ी गाड़ीयां दिन में कई दफा इस मार्ग से गुजरती है|
ज्ञात हो कि यह मार्ग सायर सहित बरेजी , लहना, देवल सहित अन्य दसों गाँवों को जोड़ती हुई बिहार को चली जाती है| फिलहाल सात किलोमीटर लंबी इस सड़क में पानी गुजरने वाले चार छोटे पुलों में से एक के पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने से बड़े वाहनों का आवागमन पूरी तरह बन्द है। छोटे चार पहिया वाहन भी बा मुश्किल ही गुजर पाते हैं| सायर स्थित सर्वोदय इण्टर कालेज के प्रबंधक श्री राम धीरज ने बताया कि सड़क काफी पुराना है, जो कि पुनर्निर्माण मांग रहा है, पर विभाग ऐसा ना कर हर दो-चार सालों में मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए की बर्बादी कर रहा है जिसका कोई सार्थक परिणाम नहीं निकलता और लोगों की परेशानी जस की तस बनी रहती है। सायर प्रधान रमाशंकर ने बताया कि जब सड़क बनी थी लोगों पैदल या साइकिल से चलते थे, अब वक्त के अनुसार बड़े ट्रक भी गुजरते हैं जिससे पूरी सड़क एक तरफ से दब गई जिससे मोटरसाइकिल सवार भी आऐ दिन गिर कर घायल हो रहे हैं|