ज़मानियां। चौरा चौरी घटना के सौ साल पूरे होने पर गुरुवार की सुबह तहसील मुख्यालय से रैली निकाल कर शहीदों को याद किया गया और श्रद्धांजलि दी गयी।
इस दौरान शताब्दी समारोह आयोजित कर शहीदों पर प्रकाश डाला गया। गुरुवार की सुबह स्थानीय तहसील मुख्यालय से नायब तहसीलदार राकेश कन्नौजिया‚ खण्ड विकास अधिकारी हरि नारायण एवं एबीएसए धनपति यादव के संयुक्त नेतृत्व में राजकीय बालिका इंटर कालेज की छात्राओं एवं शिक्षिकों राजस्व टीम के साथ नगर में जुलुस निकालकर तहसील मुख्यालय पहुंचकर सभा आयोजित कर चौरा चौरी घटना में मारे गए शहीदों को याद करते हुए नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी गयी।उपस्थित लोगों को चौरा चौरी घटना के सौ साल पूरे होने पर कहा कि महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के दौरान 4 फरवरी 1922 को कुछ लोगों की गुस्साई भीड़ ने गोरखपुर के चौरी-चौरा के पुलिस थाने में आग लगा दिया। जिसमें 23 पुलिस वालों की मौत हो गई थी.इस घटना के दौरान तीन नागरिकों की भी मौत हो गई थी. इससे पहले यह पता चलने पर की चौरी-चौरा पुलिस स्टेशन के थानेदार ने मुंडेरा बाज़ार में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मारा है, गुस्साई भीड़ पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गयी। नायब तहसीलदार राकेश कन्नौजिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार चौरी-चौरा की घटना के सौ साल पूरे होने पर इस शताब्दी समारोह का आयोजन कर रही है। उसी कार्यक्रम के तहत चौरा चौरी घटना में मारे गए शहीदों को यादकर श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर बीडीओ हरि नारायण,नायब तहसीलदार राकेश कन्नौजिया, अरुण कुमार सिंह, शैलेंद्र यादव, छत्रपति सिंह के साथ राजकीय बालिका इंटर कालेज की शिक्षिका एवं छात्राएं उपस्थित रहे।