गाजीपुर। आयुष्मान भारत योजना जो भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का एक अति महत्वाकांक्षी योजना है। जिसमें लाभार्थी को ₹5 लाख तक का निशुल्क इलाज दिए जाने का प्रावधान है। जिसके लिए लाभार्थी को गोल्डन कार्ड बनवाना अनिवार्य होता है। और उसी गोल्डन कार्ड पर लाभार्थी को चिकित्सा लाभ दिया जाता है। जिसे बनवाने के लिए इन दिनों शासन पूरा जोर दिया हुआ है। जिस के क्रम में मोहम्मदाबाद ब्लाक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद में निशुल्क गोल्डन कार्ड बनवाया जाने का कार्य प्रतिदिन किया जा रहा है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशीष राय ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए उनके ब्लॉक में 5400 परिवारों का नाम छूटा हुआ है। जिनके सदस्य अभी तक अपना गोल्डन कार्ड नहीं बनवाए हैं। जिसको अब युद्ध स्तर पर बनवाए जाने का काम शुरू कर दिया गया है। जिसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद पर आयुष्मान मित्र की नियुक्ति नहीं की गई है। जिसके द्वारा प्रतिदिन गोल्डन कार्ड निशुल्क रूप से बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्दाबाद पर निशुल्क बनाया जा रहा है। वहीं ब्लॉक के सभी सीएचसी पर ₹30 प्रति गोल्डन कार्ड के हिसाब से भी बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों सभी स्वास्थ्य केंद्र पर गोल्डन कार्ड बनवाए जाने के कार्य में तेजी लाने के लिए आरसीएच ऑपरेटर को आयुष्मान मित्र की औपचारिक ट्रेनिंग देकर उन्हें आयुष्मान मित्र बनाया गया है। जो गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य कर रहे हैं।
आयुष्मान मित्र कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि 14 दिसंबर से 30 दिसंबर तक चले विशेष अभियान में कुल 550 गोल्डन कार्ड बनाए गए। वही 1 जनवरी से 30 जनवरी तक चले अभियान में 453 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि गोल्डन कार्ड बनाने में कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। जैसे आयुष्मान कार्ड का मुखिया मृतक है,लेकिन उसका नाम है। कुछ लोग ब्लॉक या शहर से बाहर रह रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का नाम दूसरे गांव के नाम में जुड़ गया है। जिसके चलते गोल्डन कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
बीपीएम संजीव कुमार ने बताया कि 2011 के जनगणना के अनुसार जिन लोगों को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का पत्र मिला है। वह लोग अपने उस पत्र के साथ आधार कार्ड या राशन कार्ड लेकर नजदीक के स्वास्थ केंद्र पर निशुल्क या सीएचसी पर ₹30 का भुगतान कर गोल्डन कॉर्ड बनवा सकता है। जिससे भविष्य में 5 लाख तक का चिकित्सा लाभ ले सकता है।