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मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर

जमानियां। बसंत पंचमी के आगमन का काफी कम समय शेष रह गया है। ऐसे में विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की तैयारी जोरों पर है। क्षेत्र में कई स्थानों पर पंडाल सजाकर प्रतिमाओं को स्थापित कर विधिवत पूजन अर्चन किया जाता है।

सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों सहित सार्वजनिक स्थानों के साथ गांव-कस्बों के चौक चौराहों के पूजा स्थलों की साफ-सफाई करने व सजाने में जुटे हुए हैं। वहीं जगह-जगह मूर्ति निर्माण करने वाले कारीगर मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। इस बार मूर्तिकारों द्वारा सरस्वती कि प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुट गये है। बाजार में जगह-जगह पूर्व से ही छोटी मूर्ति एवं चित्र बिकना शुरु हो गया है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में चंदा वसूली का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। वहीं शहरी क्षेत्र में भी बच्चे व युवक मोहल्ले के घरों में जा-जा कर चंदा इकट्ठा कर रहे हैं। सरस्वती पूजा को ले इस बार पुलिस प्रशासन भी सजग है और गश्त बढ़ गया है और ऐसे लोगों पर पुलिस पैनी नजर रखी हुई है।पूजा-अर्चना को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गई है। बच्चे पूजा की तैयारी में जुट गए। इस पर्व में क्षेत्रों में विभिन्न पूजन समितियों की ओर से आकर्षक पंडाल सजाया जाता है। इनमें प्रतिमा स्थापित कर पूजन-अर्चन किया जाता है। कुछ स्थानों पर अखंड मानस पाठ का भी आयोजन किया जाता है। रात भर जागरण किया जाता है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रशासन कि ओर से तैयारीयां पूरी है। सार्वजनिक स्थान पर नई मूर्तियां नहीं रखी जाएगी और शांतिपूर्ण माहौल में पर्व को मनाया जाए इसके लिए बैठक की जा रही है।