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लगायी गयी आस्था कि डुबकी

जमानियां। तहसील क्षेत्र सहित विभिन्न प्रांतों से आये लोगों ने मौनी अमावस्या के अवसर पर गुरूवार को नगर के परशुराम जमदग्नि ऋषि घाट पर पहुंचे और आस्था कि डुबकी लगाई। इस दौरान लोगों ने दान पुण्य किया।

नगर सहित ग्रामीण अंचलों में मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। सूर्योदय के साथ लोगों ने स्नान शुरू कर दिया। नगर समेत कई गांव और बिहार प्रांत के लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। नगर के बलूआ‚ कंकडवा‚ साधू‚ सतुआनी आदि घाटों पर श्रद्धालुओं ने  डुबकी लगाई। सूर्योदय के साथ ही परशुराम जम्दग्नी ऋषि घाट समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालु गंगा में स्नान करने पहुंच गए। ज्योतिष आचार्य संतोष पाण्डेय ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि अगर इस अमावस्या पर मौन रहें तो इससे अच्छे स्वास्थ्य और ज्ञान की प्राप्ति होती है। ग्रह दोष दूर करने के लिए भी ये अमावस्या खास मानी गई है। नगर के गंगा घाट पर मौनी अमावस्या के अवसर पर खासी भीड़ दिखाई दी। स्नान करने आये लोगों के मुताबिक इस दिन पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है। मौनी अमावस्या पर किये गये दान-पुण्य का फल सौ गुना ज्यादा मिलता है। इस दिन गंगा का जल अमृत से समान होता है। मौनी अमावस्या को किया गया गंगा स्नान अद्भुत पुण्य प्रदान करता है। इस दौरान कोतवाल राजीव कुमार सिंह सहित तहसील के कर्मचारी शांति व्यवस्था के लिए चक्रमण करते रहे और व्यवस्था का जायजा लेते रहे।