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‘नो स्मोकिंग डे’ पर आयोजित हुआ जागरूकता कार्यक्रम

गाजीपुर। ‘धूम्रपान निषेध दिवस’ धूम्रपान छोड़ने को प्रेरित करने के लिए हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिगरेट और दूसरे जरिए से तंबाकू सेवन के स्वास्थ्य पर बुरे प्रभावों के बारे में जागरुकता फैलाना है। इसी को लेकर बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में सीएमओ डॉ जी सी मौर्य की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया | गोष्ठी में विभाग से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी शामिल होकर धूम्रपान से होने वाले नुकसान और बचाव के उपाय बताए। डॉ केके सिंह ने बताया कि धूम्रपान निषेध दिवस की थीम इस बार शासन के द्वारा ‘मुस्कान’ रखी गयी है ताकि लोग इससे छुटकारा पाकर मुस्कुराते नजर आयें।

इस अवसर पर एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि आज के दिन हम सबको यह प्रण लेना चाहिए कि हम धूम्रपान करने वाले कम से कम तीन लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में बताएगे ताकि लोग इससे बचें और वह लोग भी आगे तीन लोग को बताएं । इससे लोग धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक कर एक लंबी चेन बनाते हुये लोगों को बचाया जा सकता है। एसीएमओ डॉ मनोज सिंह ने बताया कि स्मोकिंग करने वाले से ज्यादा उसके आस-पास के लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में धूम्रपान करने वालों से दूरी बनाए रखना चाहिए।
धूम्रपान या गुटखा से होने वाले स्वास्थ्य के खतरों की जानकारी सभी को होती है, फिर भी 12-17 साल की उम्र के हजारों युवा रोजाना स्मोकिंग शुरू करते हैं। कुछ लोग उसे जिज्ञासा के तौर पर शुरू करते हैं, जबकि अन्य अपने आपको बड़ा दिखाने के लिए करते हैं। स्मोकिंग का प्रभाव खांसी और गले में जलन समेत सांस की बदबू और कपड़ों में दुर्गंध के साथ शुरू होता है। उससे स्किन के रूखा होने और दांत के रंग बिगड़ने का डर रहता है। वक्त गुजरने के साथ दिल की बीमारी, ब्रोंकाइटिस, न्यूमोनिया, स्ट्रोक, कैंसर और खास कर मुंह का कैंसर समेत स्वास्थ्य समस्याओं की ज्यादा गंभीर स्थिति विकसित हो सकती हैं।

नोडल डॉ के के सिंह ने बताया की स्मोकिंग करने/छोड़ने वाले लोग इन उपायों से अपनी सेहत को बचा सकते हैं-
पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में बहुत प्रभावकारी है. भोजन करने से 15 मिनट पहले एक गिलास पानी पियें इससे मैटाबॉलिक रेट नियंत्रित रहता है.
रोज एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीने से फायदा होता है.
घिसी मूली खाने से उन लोगों को लाभ मिल सकता है, जो चेन स्मोकर्स या फिर बुरी लत से पीड़ित हैं। इसे शहद के साथ भी खा सकते हैं.
ओट्स शरीर से घातक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर स्‍मोकिंग की चाहत को कम करने में मदद करता है.
जब भी स्मोकिंग का मन करे तो आप मुलेठी की दातून ले कर उसे चबा सकते हैं, स्मोकिंग की इच्छा कम हो जाएगी.
जब भी स्मोकिंग की इच्छा हो एक गिलास पानी में चुटकी भर लाल मिर्च डालकर पी जायें. आपको इससे तुरंत राहत मिल जाएगी.
जिनसेंग एक हर्ब है, जो शरीर में कोर्टिसोल स्तर को कम करता है और ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है.
दो बड़े चम्मच बेकिंग सोडा एक गिलास पानी में मिलाएं और हर बार खाने के बाद पीयें।