गाजीपुर। कोविड-19 टीकाकरण को लेकर शासन इन दिनों पूरी तरह से गंभीर है जिसको लेकर 11 से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव भी मनाया गया। इसमें आमजन ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिसका नतीजा यह रहा कि बहुतसे केंद्रों पर कोविड-19 वैक्सीन की कमी हो गई। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस कमी को भी एक चुनौती के रूप में लिया और वैक्सीन को आसपास के केंद्रों से जहां पर कमी हो गई वहां पर पहुंचाने का काम किया। एक बार फिर से शासन की ओर से जनपद को 5000 डोज प्राप्त हुई हैं ।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि एक दिन पूर्व कई केंद्रों पर टीके की कमी हो गई थी लेकिन आसपास के स्वास्थ्य केंद्र जहां पर वैक्सीन का स्टॉक बचा रहा तो वहां से आपूर्ति कर टीकाकरण कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाता रहा । दूसरी ओर शासन को भेजे गए माँगपत्र पर 5000 डोज जनपद को मिल चुकी है, जो अगले तीन दिनों के लिए पर्याप्त हैं। इसका वितरण स्वास्थ्य केंद्रों के जरूरत और मांग के अनुसार सभी ब्लॉकों और स्वास्थ्य केंद्रों पर किया जाएगा । उसके खत्म होने से पूर्व ही शासन को पुनः मांग की जाएगी । ताकि टीकाकरण का यह कार्य निरंतर रूप से चल सके। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से शुरू हुए कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान में अब तक लक्ष्य 14779 हेल्थ केयर वर्कर के सापेक्ष 11368, 12661 फ्रंटलाइन वर्कर के सापेक्ष 10967 और 45 साल से ऊपर के 189600 के सापेक्ष 88047 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के गंभीर मरीज जिन्हें भर्ती कराने के लिए जिला अस्पताल में एल-2 वार्ड बनाया गया है। उनके लिए शासन के द्वारा 150 वॉयल रेमडीसीविर इंजेक्शन भी जनपद को प्राप्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि जिन मरीजों की हालत गंभीर हो गई और डॉक्टरों के निर्देशन पर यह इंजेक्शन मरीज को लगाया जाएगा जिसमें पहले दिन 200 मिलीग्राम, दूसरे से पांचवें दिन तक 100 मिलीग्राम, और जरूरत पड़ने पर आगे 3 से 4 दिन बढ़ाया जा सकता है। शासन ने खुले बाजार में इसकी बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है और अब इसकी आपूर्ति सिर्फ शासन स्तर पर किया जा रहा है। शासन द्वारा इस इंजेक्शन की सप्लाई मरीजों की संख्या के आधार पर जिले को दिया जा रहा है।