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कोरोना योद्धाओं की तत्परता से 149 उपचाराधीन ने कोविड-19 को दी मात

गाजीपुर। कोविड-19 पॉजिटिव की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसको देखते हुये कोरोना उपचाराधीनों के इलाज की जिम्मेदारी भी अब निजी चिकित्सालय के बजाय सरकारी अस्पतालों पर आ गई है। इसके चलते मौजूदा समय में जिला अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में इनके उपचार और देखभाल की जिम्मेदारी यहां कार्यरत डॉक्टरों के साथ ही साथ वार्ड बॉय, स्टाफ नर्स, वेंटिलेटर ऑपरेटर पर है जिन्हें हम कोरोना योद्धा भी कह सकते हैं। ऐसे में इन योद्धाओं के कार्य को जानना और जानकर उन्हें सलाम करना हम सबकी जिम्मेदारी बनती है।

कोविड-19 वार्ड में कार्यरत डॉ स्वतंत्र सिंह ने बताया कि यह मुश्किल घड़ी है, फिर भी अपना कर्तव्य निभाना हम सबकी जिम्मेदारी है। इसी जिम्मेदारी के तहत पिछले साल भी अपना कर्तव्य निभाया और इस बार भी कर्तव्य के रूप में रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन आठ घंटे की ड्यूटी कोविड-19 वार्ड में लगी है। उन्होंने बताया कि एक अप्रैल से अब तक करीब 149 मरीजों को स्वस्थ कर उन्हें वापस उनके घर और परिवार के बीच भेजा गया है।
जिला अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में मौजूदा समय में ऐसे कई कोरोना योद्धा उपचाराधीनों की सेवा में लगे हुए हैं, जो अपनी जिंदगी की परवाह किए बगैर मुसीबत की घड़ी में सेवाभाव से अपने कर्तव्य पर अडिग है। इस कोविड-19 वार्ड में मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सबसे अधिक जरूरत पड़ रही है जिसकी देखरेख राहुल के हाथों में है जो इन दिनों रात्रि 8 बजे से सुबह 8 बजे तक निर्बाध गति से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। इस दौरान पीपीई किट पहनकर गंभीर मरीजों की देखभाल, जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन सिलेंडर लगाना और बदलने के साथ ही साथ गंभीर मरीजों को लगाए गए 10 से 12 वेंटीलेटर की देखरेख करना और जरूरत पड़ने पर इमरजेंसी वार्ड में आए गंभीर मरीजों की कोविड-19 जांच करने को भी राहुल हमेशा तत्पर रहते हैं।

कोविड-19 वार्ड में भर्ती किए गए मरीजों की देखभाल करने के लिए वार्ड ब्वाय के रूप में उमेश कुमार भी अपने ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं जिनका मुख्य कार्य मरीजों को शौचालय तक ले जाना और मरीजों को इंजेक्शन लगवाने में मदद करना है। इस दौरान वह सेनिटाइजेशन का पूरा ख्याल रखते हैं।

उपचाराधीन मरीजों की देखभाल के लिए मेडिसिन वार्ड में संगीता चौरसिया भी कार्यरत हैं जिनका कार्य कोविड-19 उपचाराधीनों के अलावा अन्य वार्डों में भर्ती मरीजों के लिए दवा उपलब्ध कराना। साथ ही वार्डों के रख-रखाव और समय-समय पर कोविड-19 वार्ड में भी ड्यूटी देती नजर आ रही हैं। इसके अलावा स्टाफ नर्स गीता गिरी जो पिछले एक महीने से लगातार ड्यूटी कर रही हैं और इस कठिन परिस्थिति में भी उनका पैर नहीं डगमगा रहा है। बल्कि एक महिला होने के नाते अपने परिवार की जिम्मेदारी के साथ ही साथ अपने कर्तव्य की भी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाती दिख रही हैं।