गाजीपुर। कोरोना काल में लोगों की पीड़ा और दर्द के एहसास दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं कदम से कदम मिलाकर चलने का प्रयास कर रही हैं। ऐसी ही एक संस्था यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजकर स्वास्थ्य सुरक्षा संसाधनों से युक्त एक बस भेजने का काम किया है जो जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों का इलाज के साथ ही कोविड-19 की भी जांच करने का काम करेगी। इसके अलावा फाउंडेशन द्वारा इस महामारी से बचने के लिए वातावरण से ऑक्सीजन बनाने वाली ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजने का भी काम कर रही है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को यह बस उपलब्ध हो जाएगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि हाल ही में उन्हें संस्था द्वारा पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें फाउंडेशन द्वारा विभाग को डीप फ्रीजर जिसमें केमिकल रखा जाएगा, सेंट्रीफ्यूज मशीन जिसमें ब्लड की जांच की जाती है, ऑटो एनालाइजर मशीन, बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर के साथ ही 7000 लीटर का ऑक्सीजन सिलेंडर, पोर्टेबल वेंटीलेटर, अल्ट्रासाउंड मशीन, एग्जामिनेशन ट्राली, ईसीजी मशीन, डिजिटल एक्स-रे मशीन, टेलीमेडिसिन के यंत्र, ऑक्सीजन मॉनिटर, बीपी, पल्स मशीन के साथ ही हृदय रोगियों के लिए कार्डियकस मशीन से सुसज्जित बस शुक्रवार तक जनपद ने पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि यह बस विभाग को प्राप्त होते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर गांव-गांव जाकर लोगों की बीमारियों की जांच के साथ ही कोविड-19 की जांच और उससे बचाव की जानकारी देने का काम करेगी।
संस्था के सीईओ सुनील सिंह ने बताया कि सभी उपकरणों से सुसज्जित होकर बस बृहस्पतिवार की रात तक गाजीपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय तक पहुंच जाएगी। साथ ही साथ उन्होंने बताया कि इस बस के अलावा 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भी विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा जो वातावरण की हवा और बिजली की सहायता से ऑक्सीजन बनाता है और इस मशीन में ऑक्सीजन लेवल भी बताता रहता है।