गाजीपुर। ग्रामीण इलाकों में लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक स्तर पर प्रयास कर रही है । ग्रामीणों को बुखार, सर्दी, खांसी जो कि कोविड से मिलते जुलते लक्षण हैं, से राहत देने के लिए मंडलायुक्त वाराणसी द्वारा पहल करते हुए 500 मेडिकल किट मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को भेजी गयी हैं । जिन्हें ग्रामीण इलाकों में आशा और आशा संगिनी के माध्यम से कोरोना लक्षणयुक्त व्यक्तियों में वितरित की जाएंगी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि मंडलायुक्त वाराणसी के द्वारा 500 कोरोना मेडिकल किट जनपद को भेजी गई हैं जिन्हें ग्रामीण स्तर पर कोविड-19 से संबंधित लक्षण जैसे बुखार, सर्दी, खांसी से ग्रसित मरीज देख रहे हैं और जिनकी जांच नहीं हो पा रही है या जांच रिपोर्ट आने में समय है, तब तक ऐसे लोगों को आशा और आशा संगिनी द्वारा यह मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस मेडिकल किट में पाँच दिनों की दवा जिसमें डाकसिलिंग 100 एमजी दो गोली प्रतिदिन 5 दिन तक, पेरासिटामोल 500 एमजी बुखार होने की दशा में अधिकतम 3 बार, जिंकोविट एक गोली रोज, विटामिन सी एक गोली रोज, आइवरमेक्टिन 12 एमजी एक गोली रोज रात 3 दिन तक दी गई है। इन दवाओं को लेने के साथ ही प्रिस्क्रिप्शन में यह भी बताया गया है की ऑक्सीजन लेवल बनाए रखने के लिए हमेशा पेट के बल सोएं, तुलसी अदरक काली मिर्च का काढ़ा दिन में दो बार पिएं, गर्म पानी का भाप दिन में दो बार एवं गुनगुने पानी से दिन में दो बार गरारा भी करें, के साथ लिखी हुई पर्ची भी दवा के साथ दी गयी है।
डॉ उमेश कुमार ने बताया कि एक दिन पूर्व अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश अमित मोहन प्रसाद ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में जो लोग जांच कराने में असमर्थ हैं, उनको आशा एवं संगिनी के द्वारा यह दवा के किट उपलब्ध कराई जाएगी । उन्होंने बताया कि जनपद गाजीपुर की आबादी करीब 42 लाख है, जिसके मद्देनजर शासन द्वारा दवा की 2500 किट मिलने की उम्मीद है।