गाजीपुर। कोरोना काल में लोगों की पीड़ा और दर्द के एहसास दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं कदम से कदम मिलाकर चलने का प्रयास कर रही हैं। ऐसी ही एक संस्था यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन और केरल की अम्मा फाउंडेशन ने स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य सुरक्षा संसाधनों से युक्त एक बस भेजने का काम किया है जो जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों का इलाज के साथ ही कोविड-19 की भी जांच करने का काम करेगी। मंगलवार को इस बस और एंबुलेंस को जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य द्वारा ट्रामा सेंटर गाजीपुर भवन के पास हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के वक्त इस संस्था के द्वारा जनपद के स्वास्थ्य विभाग को एक बड़ा सहयोग देने का काम किया गया है जो काफी सराहनीय कार्य है । ऐसे में हम जनपद के उन सभी लोगों से आग्रह करना चाहते हैं जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं वह आगे आए और लोगों की मदद में अपना सहयोग प्रदान करें ताकि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस महामारी से आसानी से जंग लड़ सके।
सीएमओ डॉ जीसी मौर्य ने बताया कि इस बस में विभाग को डीप फ्रीजर जिसमें केमिकल रखा जाएगा, सेंट्रीफ्यूज मशीन जिसमें ब्लड की जांच की जाती है, ऑटो एनालाइजर मशीन, बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर के साथ ही 7000 लीटर का ऑक्सीजन सिलेंडर, पोर्टेबल वेंटीलेटर, अल्ट्रासाउंड मशीन, एग्जामिनेशन ट्राली, ईसीजी मशीन, डिजिटल एक्स-रे मशीन, टेलीमेडिसिन के यंत्र, ऑक्सीजन मॉनिटर, बीपी, पल्स मशीन के साथ ही हृदय रोगियों के लिए कार्डियक मशीन से सुसज्जित है।
उन्होने कहा कि यह जीवन रक्षक यंत्रों से सुसज्जित बस ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों का एंटीजन किट से कोविड-19 जांच, आरटीपीसीआर जांच के साथ ही अन्य बीमारियों की जांच, और जरूरत पड़ने पर ओपीडी के रूप में भी कार्य करेगी। इस मेडिकल बस में कोविड-19 के मेडिकल किट भी उपलब्ध है जिन मरीजों की जांच के उपरांत पॉजिटिव रिपोर्ट आएगी तो उन्हें लक्षण के अनुसार होम आइसोलेशन या फिर जिला अस्पताल में एडमिट किया जाएगा । ऐसे मरीजों को मेडिकल किट तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा ताकि उनका तत्काल इलाज शुरू हो सके।