जमानियां। क्षेत्र के ग्राम बहादुरपुर निवासी व बीएसएफ में सिपाही के पद पर तैनात रामप्रवेश यादव (38) का ड्यूटी के दौरान मौत की सूचना सोमवार की सुवह करीब 9 बजे मिलते ही गाँव में कोहराम मच गया। जवान रामप्रवेश कोलकत्ता के पास वांग्लादेश के बार्डर पर तैनात थे। सोमवार की सुबह पुत्र की मौत की खबर पिता दीनानाथ यादव को मिलते ही शोक की लहर दौड़ गयी। चारों ओर करुण क्रंदन से माहौल पूर्णतः गमगीन हो गया। यह घटना गांव में जंगल की आग की तरह फैल गयी। ग्रामीण परिजनों को ढ़ाढ़स बढ़ाने के लिए पहुँचने लगे।
जानकारी के अनुसार रामप्रवेश यादव कोलकत्ता में वांग्लादेश बार्डर पर तैनात था। वह 16 मई रविवार को 5 बजे तड़के ड्यूटी पर गया। उसी दिन शाम को पिता के मोबाइल पर सूचना मिला कि रामप्रवेश ड्यूटी पर नहीं है। यह सुनकर वह विचलित हो गये तथा बोले कि आप लोग ही कुछ बता सकते है। वह घर पर नही आया है। अभी परिजन परेशान ही थे कि सोमवार की सुवह रामप्रवेश की दादी का निधन हो गया। लोग अंतिम संस्कार हेतु बॉस काट ही रहे थे कि करीब 9 बजे पुनः पिता को फोन आया कि रामप्रवेश का शव नदी में मिला है। यह खबर सुनते ही दुःख दो गुना होगा तथा चारो तरफ कोहराम मच गया। गॉव लोग परिजनों को ढ़ाढस बढ़ाने के लिए पहुँचने लगे। रामप्रवेश दो भाई में सबसे बड़ा है। छोटा भाई यूपी पुलिस में आरक्षी के पद पर तैनात था। पत्नी सीमा व मां भागमनी देवी का रो रो कर बुरा हाल था। रामप्रवेश की शादी 10 वर्ष पूर्व भगीरथपुर में हुआ था। रामप्रवेश अपने पीछे पुत्र विश्वाश (8) व पुत्री पलक (5) को छोड़ गया। ग्रामीणों ने बताया कि सूचना मिली है कि आज मंगलवार को जवान के शव का पोस्टमार्डम होगा व शव कल गॉव पर आयेगा। अभी तक मौत के कारणों का पता नही चल पाया है।