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बहादुरपुर के लाल को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई अंतिम विदाई

जमानियां। क्षेत्र के बहादुरपुर गांव निवासी बीएसएफ में सिपाही के पद पर तैनात रामप्रवेश यादव (38) का ड्यूटी के दौरान मौत के बाद बुधवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास पहुंचा। जहां से जमानिया के बलुआ घाट ले जाया गया और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दाह संस्कार किया गया। मुखाग्नी उनके पिता ने दी।

ज्ञात हो कि बीएसएफ के जवान राम प्रवेश कोलकाता के बांग्लादेश बार्डर पर खंडवा बीओपी पर 78 बटालियन में तैनात था। वह रविवार रात्रि 12 बजे पेट्रोलिंग के लिए निकला था और कैंप में वापस नहीं पहुंचा। उसी दिन शाम को पिता दीनानाथ यादव के मोबाइल पर सूचना मिला कि रामप्रवेश ड्यूटी पर गया था और वापस नहीं आया है। यह सुनकर उनके पिता सहित परिवार के लोग विचलित हो गये तथा उन्होंने अवगत कराया कि आप लोग ही कुछ बता सकते है। वह घर पर नहीं आया है। जिसके बाद खोजबीन की गई तो उसका शव सोमवार की सुबह करीब 9ः30 बजे नदी के किनारे मिला। जिसकी सूचना बटालियन में फिर रामप्रवेश के घर दी गयी और जिसे लेकर 13 जवानों के साथ डिप्टी कमांडेंट नरेंद्र चौधरी जवान का शव लेकर उनके पैतृक आवास बहादुरपुर दोपहर करीब 2 बजे पहुंचे। जहां उनके शव को आखिरी दर्शन के लिए रखा गया। जहां पूरा माहौल गमगीन था और सबकी आंखें नम हो गई। अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जब तक सूरज चांद रहेगा‚ रामप्रवेश तेरा नाम रहेगा‚ अमर रहे सहित कई गगनभेदी नारे लगाए गए और लोगों ने बहादुरपुर के लाल को अंतिम विदाई दी। नगर के बलुआ घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। जहां मुखाग्नि उनके पिता दीनानाथ ने दी। वहां उपस्थित लोग भावुक हो गये और उनकी आंखें नम हो गयी। डिप्टी कमांडेंट नरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में आए जवानों ने सलामी देकर और फायरिंग कर अपने साथ को अंतिम विदाई दी। इस अवसर पर विधायक सुनीता सिंह‚ तहसीलदार घनश्याम, क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण, कोतवाल रविन्द्र भूषण मौर्य, एसएसआई विरेन्द्र कुमार राय, नपा चेयरमैन, ईओ अब्दुल सब्बुर, ऋषि यादव ,शिवमुनि यादव, अनिल यादव, राहुल राज सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।