जमानियां। पूरा देश वर्तमान समय में वैक्सीन की कमी से जूझ रहा है। कई राज्यों में तो टीके की कमी के कारण टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा है। वही क्षेत्र में वैक्सीन होने के बावजूद लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से गांव में वैक्सीनेशन के लिए दस टीमें बनाई गई है जो गांव में जा कर वैक्सीनेशन का काम कर रही है। गुरुवार को क्षेत्र में इन दस टीमों ने करीब 303 लोगों को ही वैक्सीन लगाई। जो आंकड़ों के सापेक्ष बहुत कम है। बघरी में 11‚ चकमेदनी नं 2 में 10‚ दरौली में 90‚ जबुरना में 60‚ खजुहां में 20‚ मिर्चा में 9‚ सेंदुरा में 43‚ और खडैचा में 20‚ बडेसर में 10 करमहरी गांव में 30 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
आंकड़ों पर गौर करें तो 5 लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र में यदि 300 से 500 वैक्सीन की दर रहेगी तो पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने में ढाई साल से अधिक वक्त लग जाएगा। सरकार के मुताबिक अगले कुछ माह में ही इससे खतरनाक स्ट्रेन आने वाला है। जिसके लिए तैयारी पूर्व से ही जरूरी है। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ रूद्रकांत सिंह ने बताया कि क्षेत्र में वैक्सीन के साथ एएनएम‚ आशा आदि को भेजा जा रहा है लेकिन गांव में वैक्सीन को लेकर अफवाह अधिक है। जिस कारण से वैक्सीन कम लग रही है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इससे घबराने की जरूरत नही है। बताया कि गुरुवार को 45 लोगों का एंटीजन टेस्ट तथा 22 लोगों का आरटी पीसीआर टेस्ट हुआ। जिसमें एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला जो राहत की बात है। लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है।