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अभी भी वैक्सीन लगवाने में परहेज कर रहे हैं लोग

जमानिया। प्रशासन कि ओर से सरकार के निर्देश पर ग्रामीणों अंचलों में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए टीम गठित कर भेजा रहा है लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में ग्रामीण वैक्सीन लगवाने से परहेज कर रहे है। जिससे स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन नहीं लगा पा रहे है और ड्यूटी के नाम पर सिर्फ बैठ के वापस आ जा रहे है।

वैक्सीनेशन अभियान से चलाया जा रहा है। गांव में निगरानी समिति गठित है और वैक्सीनेशन के लिए प्रतिदिन स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से दस टीमें विभिन्न गांवों के लिए निकल रही है। इस अभियान में तहसील‚ विकास खंड सहित स्वास्थ्य कर्मियों के करीब 40 से 50 कर्मचारी प्रतिदिन कड़ी मेहनत कर रहे है। लेकिन पूरे दिन के आंकड़ों पर गौर करें तो 300 से 400 लोगों को ही वैक्सीन लग पा रहा है। इसमें जागरूकता की कमी आड़े आ रही है या कर्मचारियों की लापरवाही। चाहे जो हो लेकिन वैक्सीनेशन की रफ्तार बढाने की जरूरत है ताकि समय रहते 18 वर्ष के आयु के युवाओं को भी वैक्सीनेशन लगाया जा सकें।

कच्छप गति से चल रहे स्वास्थ्य विभाग के चाल को खरगोश की गति देने की जरूरत है। गडाह छानवे में 30‚ रामपुर पट्टी में 30‚ मतार में 10‚ जगदीशपुर में 10‚ खलिलनचक में 10‚ पचोखर में 50‚ बुढाडीह में 19‚ रोहुणा में 60‚ टोकवा में 10 लोगों को कोविड वैक्सीन लगायी गयी है। जबकि अभईपुर गांव में एक भी वैक्सीन नहीं लग पायी। वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरूईन में 8 तथा पीएचसी बेटाबर में 7 ओर पीएचसी जमानिया ंमें 29 लोगों को वैक्सीन लगी। कुल 273 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। जो ऊंट के मुंह में जीरा ही है। आंकड़े बता रहे है कि अभी भी जागरूकता की कमी है और गांव के लोग वैक्सीन लगवाने से बच रहे है।

या यू कहा जाए कि प्रशासन की ओर से जागरूकता के लिए गठित टीम ने ठीक से काम नहीं किया। जिसका परिणाम गांव में दिखाई दे रहा है। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ रूद्रकांत सिंह ने बताया कि लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का निर्देश दिया जा रहा है।