उत्तर प्रदेश की आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार के दिन यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष पद पर जसवंत सैनी को नामांकित किया । साथ ही हीरा ठाकुर और प्रभुनाथ चौहान को उपाध्यक्ष पद पर नामांकित किया गया । इससे पहले बुधवार के दिन भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक रामबाबू हरित की SC,ST आयोग दल के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति की गयी थी।
पिछले अध्यक्ष बृजलाल नवंबर 2019 में इस पद से रिटायर हो गए थे। तभी से इस आयोग के प्रमुख का यह पद खाली चल रहा था। इसके अलावा सरकार ने मिथिलेश कुमार और राम नरेश पासवान को SC-ST आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। आयोग में 15 सदस्य भी नियुक्त किए गए हैं।
आयोग के मनोनीत सदस्यों में साध्वी गीता प्रधान, ओम प्रकाश नायक, रमेश तूफानी, राम सिंह वाल्मीकि, कमलेश पासी, शेषनाथ आचार्य, तीजा राम, अनीता सिद्धार्थ, राम असरी दिवाकर, श्याम अहेरिया, मनोज सोनकर, श्रवण गोंड अमरेश चंद्र चेरो, किशन लाल सुदर्शन और केके राज के नाम शामिल हैं।आयोग के पदाधिकारी और सदस्य नियुक्ति की तारीख से एक वर्ष के लिए या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक, जो भी पहले हो, तब तक कार्यरत रहेंगे।
सरकार द्वारा इन नियुक्तियों पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को इनाम देने की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने के बाद पार्टी हाईकमान लगातार समीक्षा में जुटा है। इसी लयबद्धता में बिते दिनों राजधानी का राजनीतिक टेंपरेचर काफी हद तक चढ़ा रहा। इस दौरान यह भी कहा जा रहा था कि सरकार जल्द ही कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने के लिए सशक्त कदम उठा सकती है।