नई दिल्ली ।12वीं की बोर्ड परीक्षाफल को लेकर छात्र गण चिंता में है।12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद अब छात्र इंतजार कर रहे हैं कि कब तक 12वीं के रिजल्ट सामने आएंगे । दरअसल ,बुधवार के दिन सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर वार्तालाप के बीच केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कोर्ट को परीक्षा के रिजल्ट को लेकर सूचना दी है। सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि 31 जुलाई तक 12वीं कक्षा के रिजल्ट घोषित होंगे।
परीक्षा फल के मूल्यांकन के फॉर्मूले पर भी हुई चर्चा। कोरोना संक्रमण के चलते 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी जा चुकी हैं। जिसके बाद छात्र संघ को परीक्षा फल का बेसब्री से इंतजार है। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने12वीं कक्षा के लिए निष्पक्ष मानदंड तय करने के लिए 3 जून को केंद्र सरकार को 2 सप्ताह की समयावधि प्रदान की थी । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इसके लिए 4जून को 13 सदस्यीय समिति का गठन किया था और रिपोर्ट सौंपने के लिए 10 दिन का समय दिया ।
CBSE 12वीं के मूल्यांकन को लेकर सरकार ने अपने फॉर्मूले को सुप्रीम कोर्ट के आगमन में, सामने रखा। जिसके अंतर्गत 10 वीं के अंकों पर 30 प्रतिशत , 11वीं के अंकों पर 30 प्रतिशत और 12वीं प्री बोर्ड के अंकों पर 40 प्रतिशत वेटेज मिलेगा। वहीं 12वीं के नतीजे 31 जुलाई तक घोषित किए जाने की संपूर्ण आशंकाएं जताई जा रही हैं।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा भी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर सुझाव दिया गया था कि कक्षा 12वीं के परीक्षाफल के मूल्यांकन के लिए कक्षा 10, 11 और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों को बेस बनाया जाये। केंद्र सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद की कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला 1 जून को लिया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि यह निर्णय छात्रों के स्वास्थ्य के मद्देनजर लिया गया है।