गाजीपुर(सुहवल)। मंजिल दूर और सफर बहुत है, छोटी सी जिंदगी की फ़िक्र बहुत है। मार डालती ये दुनिया कबकी हमें, लेकिन पापा के प्यार में असर बहुत है। सारा जहां है वो जिनकी उंगली पकड़कर चलना सीखा मैं, मेरे प्यारे पापा है वो, जिनको देखकर जीना सीखा मैंने ।इस लाइन को चरितार्थ कर दिखाया है , क्षेत्र के गौरा गाँव निवासी आईएएस एवं वर्तमान समय में मध्यप्रदेश के राजगढ में एडीएम के पद पर कार्यरत निधि सिंह के पिता दिल्ली निवासी किशन सिंह जो आईईएस रह चुके है।
अपने पिता को रोल माडल मानते हुए निधि सिंह अपनी शादी के बाद भी अपने प्रतिभा के दम पर एक सफल गृहणी की जिम्मेदारी निभाने के साथ ही अपने पिता एवं पूर्व में आई ई एस रह चुके किशन सिंह से प्रेरणा लेते हुए प्रशासनिक क्षेत्र में 2019 में अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए 289 वीं रैंक हासिंल करते हुए आई ए एस के लिए सफलता अर्जित कर परिवार व क्षेत्र का नाम रौशन किया ,वहीं आईएएस व वर्तमान में एडीएम के पद पर कार्यरत निधि सिह के पति प्रभात कुमार ओमान में साफ्टवेयर इंजिनियर के पद पर है ,जबकि जबकि इनके श्वशुर अशोक राय एयरफोर्स से जूनियर वारंट अधिकारी के पद से अवकाश प्राप्त है ।