जमानियाँ। खेतों में जब पानी की जरूरत पड़ी तो नहरे बेपानी हो गई है। नहर विभाग का कोई अधिकारी नहर कालोनी में मौजूद नही है और कर्मचारीयों के भरोसे ही पम्प कैनाल चलाया जा रहा है ऐसे में टेक तक पानी पहुंचाने का डीएम का निर्देश पूरी तरह खोखला साबित हो रहा है।आज किसान परेशान, हताश व उदास है। उक्त बाते शुक्रवार को क्षेत्र के ग्राम चक्काबॉध स्थित चौधरी चरण सिंह पम्प कैनाल पर पहुँचे पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कही। नहरों व रजवाहों में पानी न पहुॅचने व सूखे खेतों को देख व्यथित किसानों ने पूर्व मंत्री से शिकायत की। किसानों की शिकायत पर पूर्व मंत्री ने विधानसभा क्षेत्र के सभी नहरों , रजवाहों का निरीक्षण किया। नहरों में पानी पर्याप्त न होने पर कड़ी नाराजगी जताई और चौधरी चरण सिंह पम्प कैनाल पर अचानक पहुँच गये। वहाँ सिचाई विभाग का कोई अधिकारी मौजूद नही था सिर्फ कर्मचारीयों के भरोसे नहर चलाया जा रहा था। इस बदहाल व्यवस्था से नाराज पूर्व मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सपा कार्यकाल में मोटर व पम्पों को नया करने के लिए 36 करोड़ धन स्वीकृत कराया था, लेकिन सरकार बदली और बजट में कटौती कर मात्र 25 करोड़ ही भेजा गया। मोटर व पम्प तो बदल गये लेकिन भाजपा सरकार में अधिकारी बेपरवाह हो गये। जिससे आज नहर पूरी क्षमता से नही चल रही है।
आज किसानों को पानी की आवश्यक्ता है तो नहर विभाग के अधिकारी शहरों में निवास कर रहे है। कर्मचारी के भरोसे टेल तक पानी पहुंचाना तो दूर हेड को भी संतृप्त नही किया जा सकता है। किसान पानी के अभाव में धान की रोपाई नही कर पा रहे है। कैनाल से लेकर चक्का बांध, बडेसर व कस्बा बाजार तक गंगा कटान रोकने के लिए हमारी सरकार ने करोड़ो रुपया स्वीकृत कराया जो आज भी कार्य चल रहे है। यह समाजवादी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था। उक्त मौके पर विधान सभा अध्यक्ष अनिल यादव, प्रतिनिधि मन्नू सिंह, तौकीर खान, तौसीफ खान प्रधान, दीपू यादव ,पंकज यादव, टुन्ना यादव, सद्दाम खान, गप्पक सिंह, बिक्की सिंह, अनिल यादव, बबलू सिंह, सद्दाम खॉ आदि लोग मौजूद रहे।