गाजीपुर। विकास भवन सभागार में बुधवार को प्रस्तावित जिला योजना संरचना वर्ष 2021-22 के अनुमोदनार्थ जिला योजना समिति की बैठक प्रभारी मंत्री जिला योजना समिति/ राज्य मंत्री संसदीय कार्य, ग्राम्य विकास एंव समग्र ग्राम विकास आनन्द स्वरूप शुक्ल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में सहकारिता राज्य मंत्री संगीता बलवंत, सांसद अफजाल अंसारी, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल, विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिंह, विधान परिषद सदस्य लाल विहारी यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, सांसद बलिया प्रतिनिधि, जिलाधिकारी एम पी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा भानु प्रताप सिंह, सम्मानित जिला पंचायत सदस्यगण, तथा समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सर्वसम्मत से पिछली बैैठक कार्यवाई की पुष्टि की गई तथा जनपद के विभिन्न विकास से संबंधित विभागों की गहन समीक्षा किया गया। बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 वर्ष 2021-22 में अनुमोदित परिव्यय तथा वास्तविक व्यय के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया। इस दौरान सदन द्वारा विभागवार कार्याे की समीक्षा की तथा अधूरे पड़े विकास कार्यों पर भी चर्चा की गई। बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 में जनपद के लिए 5 अरब 48 करोड़ 03 लाख रुपये निर्धारित परिव्यय है। जिसको सदन के सदस्यो द्वारा सर्व सहमति से अपने प्रस्तावो को स्वीकृति प्रदान की गयी। मंत्री जी कहा कि जनपद गाजीपुर के भौगोलिक विकास के लिए जनपद में प्रदेश एवं शासन के अनेक विभागो द्वारा अनेकानेक योजनाएँ संचालित की जा रही है। जिसमें क्षेत्र के विकास के साथ-साथ आम आदमी के जीवन एवं ग्रामीण क्षेत्रो की महिलाओ के स्वरोजगार के सम्बन्ध में अनेक योजनाओ पर आज जिला योजना के समस्त सदस्यो द्वारा अपनी सहमति दी है। सदन में प्रस्तावित कार्याे पर आवंटित बजट एवं व्यय की सूची को सम्मानित सदस्यो के सम्मुख पढ कर सुनाया गया। बैठक में मंत्री ने जिलाधिकारी का सदस्यो द्वारा दिये गये प्रस्तावो के अनुमोदन हेतु जनपद में एक नोडल अधिकारी नामित करने का निर्देश दिया जिस पर जिलाधिकारी द्वारा पी डी डी आर डी ए को नोडल अधिकारी नामित किया गया। बैठक के पश्चात मंत्री ने कृषि विभाग द्वारा किसानो मे तिलहनी सरसो के उन्नतशील बीज का वितरण किया तत्पश्चात विकास भवन परिसर मे उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन गाजीपुर के तहत बनाये गये सरस शो-रूम समूह उत्पाद बिक्री केन्द्र का निरीक्षण कर स्वयं सहायता समूहो द्वारा बनाये गये वस्तुओं का अवलोकन किया।