जमानियां(गाजीपुर)। हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आरपीएफ दिलदारनगर द्वारा जनजागरूकता अभियान के तहत ट्रेन से आवागमन करने एवं सामान्य विद्यार्थियों के बीच कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो संजीव सिंह की अध्यक्षता में एनएसएस, एनसीसी,रोवर्स रेंजर्स एवं सामान्य स्नातक व परास्नातक छात्र छात्राओं के बीच किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो संजीव सिंह ने विद्यार्थियों से टिकट लेकर या एम एस टी रखकर ही यात्रा करने की अपील की।उन्होंने अनुशासन को जीवन का मूल मंत्र करार देते हुए राष्ट्र प्रेम हेतु संकल्पित रहने हेतु आगाह किया।उनका मानना था कि हमारे युवा देश के भावी कर्णधार हैं ऐसे में आपका सुरक्षित जीवन परिवार समाज व देश के लिए आवश्यक है।
दिलदारनगर आरपीएफ इंस्पेक्टर बाल गंगाधर ने शिक्षार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि रेल में पायदान व छतों पर लापरवाही पूर्वक कभी भी यात्रा न करें।बिना टिकट यात्रा दंडनीय एवं संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है।यात्रा के दौरान अनजान व्यक्ति से खाने पीने की सामग्री न लें और उसे ग्रहण न करें।अपनी निजी स्वार्थ पूर्ति हेतु चेन पुलिंग न करें।
उप निरीक्षक राजीव कुमार ने कहा कि हमारा आपका जीवन अनमोल है इसलिए हर स्तर पर इसकी सुरक्षा तत्परता पूर्वक करें।रेल सार्वजनिक सम्पत्ति एवं देश के विकास की लाईफ लाइन है ऐसे में जब आप रेल का सहयोग करते हैं तो देश के विकास में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष अपना योगदान करते हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय आई क्यू ए सी प्रभारी डॉ अरुण कुमार, मुख्य अनुशास्ता डॉ राकेश कुमार सिंह, पुस्तकालयाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने भी सुरक्षा संरक्षा से कठिन परिश्रम से जीवन में लक्ष्य हासिल करने की सीख दी। उक्त मौके पर ए एन ओ एन सी सी ले.डॉ अंगद प्रसाद तिवारी, डॉ अरुण कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, प्रधान आरक्षी शेराज अंसारी, आरक्षी राजकुमार सिंह सहित भारी तादाद में छात्र छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने एवं आभार रोवर्स प्रभारी डॉ संजय कुमार सिंह ने व्यक्त किया।
ध्यातव्य है कि प्रो.संजीव सिंह उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज वाराणसी में कृषि वनस्पति विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में लंबी सेवा के बाद उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज से चयनित होकर महाविद्यालय में प्राचार्य पदभार 2 नवम्बर 2021 को ग्रहण किया है। कार्यभार संभालने की तिथि से निरन्तर छात्र छात्राओं के बौद्धिक उन्नयन की दिशा में क्रियाशील डॉ सिंह शिक्षण सहित शिक्षणेत्तर गतिविधियों को बेहतरीन ढंग से चलाने के हिमायती हैं। आपके पिता प्रो.वी.पी.सिंह जी महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की विश्व प्रसिद्ध सर्व विद्या की राजधानी काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी के प्रतिष्ठित आचार्य रहे हैं। क्षेत्र को अपने नवागत प्राचार्य से बहुत अपेक्षाएं हैं और विश्वास भी आपके नेतृत्व में महाविद्यालय चहुमुखी विकास कर कीर्तिमान स्थापित करेगा।