गाजीपुर। जनपद में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत 81761 महिलाओं ने अब तक इस योजना का लाभ उठाया है। सरकार की ओर से पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को पांच हजार रुपए की मदद की जाती है। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक खाद्य सामग्री मुहैया करवाना है।
लाभार्थी प्रियंका के पति इंद्रजीत निवासी कैथवलिया ने बताया कि उनकी पत्नी को गर्भधारण के पश्चात क्षेत्र की आशा ने इस योजना के बारे में जानकारी दी। इससे इस योजना का लाभ मिला। आर्थिक मदद से जच्चा और बच्चा को पौष्टिक आहार लेने में मदद मिल सकी। वहीं रूबी कश्यप पत्नी उमेश कुमार निवासी नवाबगंज ने बताया कि पहली बार मां बनने पर उन्हें तीन किस्तों में पांच हजार रुपए मिले। इससे उन्हें पोषक तत्वों के खानपान में लाभ मिला।
जनपद गाजीपुर सहित प्रदेश में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत जनवरी 2017 से शुरू की गयी थी । वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गयी इस योजना के चार वर्ष पूरे हो चुके हैं । इन 4 वर्षों में गाजीपुर में 81761 महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है। जिसके लिए विभाग के द्वारा 30 अक्टूबर तक 31 करोड़ 56 लाख का भुगतान किया गया है। जो जच्चा बच्चा के लिए लाभदायक साबित हुआ है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई), एक ऐसी योजना है जिसमें पहली बार गर्भवती हुईं महिलाओं को पोषण सहायता के रूप में तीन किस्तों में 5000 रुपये सरकार द्वारा सीधे उनके पंजीकृत खाते में पहुंचाए जाते हैं । इस योजना का उद्देश्य है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बेहतर पोषण मिल सके जिससे जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें ।
डीसीपीएम अनिल वर्मा ने बताया कि योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को तीन किस्तों में 5000 रुपए दिए जाते हैं । पहली क़िस्त 1000 रुपए की होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान पहले 150 दिन के अंदर पंजीकरण कराने के बाद प्रदान की जाती है। दूसरी क़िस्त गर्भावस्था के 180 दिन के अंदर कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कराने पर प्रदान की जाती है । दूसरी क़िस्त में लाभार्थी को 2000 रुपए मिलते हैं। तीसरी क़िस्त प्रसव के 42 दिन के बाद बच्चे के प्रथम चरण के टीकाकरण पूर्ण होने पर मिलती है। इसके तहत लाभार्थी को 2000 रुपए दिए जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और पोर्टल से जुड़ी हुयी है । पोर्टल पर लाभार्थी का पंजीकरण होना बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि इसी के आधार पर उसे योजना का लाभ मिल सकेगा ।
उन्होंने बताया कि योजना शुरू होने से लेकर अक्टूबर 2021 तक भदौरा ब्लाक में 4866, भावर कोल 3791, देवकली 5485, जखनिया 5356, करंडा 3022, कासिमाबाद 5501, मनिहारी 5861, मरदह 4356, मोहम्मदाबाद 7851, रेवतीपुर 3673, सादात 4199, सैदपुर 5841 ,सुभाकरपुर 4988, अर्बन गाजीपुर 4898, बाराचवर 4161 बिरनो 3378 और जमानिया में 5732 महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है जिनकी कुल संख्या 81763 है इन सभी लोगों को 30 अक्टूबर तक 31 करोड़ 56 लाख का भुगतान किया जा चुका है।
जनवरी 2017 से 15 मार्च 2021 तक जनपद में 81761 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल चुका है । योजना के तहत जिले में अब तक 31.56 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में भेजे जा चुके हैं । इसके साथ ही पूरे प्रदेश में 1 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को योजना के तहत पंजीकृत किया जा चुका है।