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अनाथ बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने हेतु करें स्वेच्छया दान-प्राचार्य डॉ संजीव सिंह

जमानियां(गाजीपुर)। स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना की चारो इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय सांप्रदायिक सदभाव प्रतिष्ठान के अनुरोध के क्रम में महाविद्यालय परिसर एवं कक्षा कक्षों में स्वेच्छया दान की धनराशि प्राप्त की गई।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.संजीव सिंह ने गुप्त धनराशि डालकर इसका शुभारम्भ किया। डॉ सिंह ने कहा कि दुखी एवं संतप्त परिवार के चेहरे पर हम अपनी छोटी सहयोग राशि से मुस्कान ला सकते हैं। मैं अपने प्राध्यापक कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों से अपील करता हूं कि कि स्वेच्छा से इस हेतु बनाए गए पात्र में एक दो पांच दस सौ पचास रुपए डालें। बूंद बूंद से घड़ा भरता है के सिद्धांत से यह राशि कईयों को नया जीवन देगी। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने बताया कि यह प्रतिष्ठान गृह मंत्रालय भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त संगठन के रूप में 1992 से कार्यरत है। इसके अंतर्गत ऐसे बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है जिनके दोनों अभिभावक की सांप्रदायिक अथवा अन्य प्रकार की हिंसा में मृत्यु होने अथवा परिवार में अर्जन करने वाले मुख्य व्यक्ति की मृत्यु या उसके स्थाई रूप से विकलांग होने के कारण अनाथ/निराश्रय हो गए हों को वित्तीय सहायता प्रदान किया जाता है।
आज स्वयं सेवक सेविकाओं द्वारा प्राचार्य कक्ष, मुख्य द्वार, कक्षा कक्षों आदि में भ्रमण कर धनराशि इकट्ठा की गई जो को भी यथावत चलेगा प्राप्त सम्पूर्ण धनराशि प्रतिष्ठान को भेजी जायेगी।

आज जिन लोगों से सहयोग राशि प्रदान किया। उनमें महाविद्यालय आई क्यू ए सी प्रभारी एवं एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ अरुण कुमार, डॉ रविन्द्र कुमार मिश्र, लालचंद पाल, रोवर्स प्रभारी डॉ संजय कुमार सिंह, संस्कृत विभाग की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ शुभ्रा सिंह, महाविद्यालय के मुख्य अनुशास्ता डॉ राकेश कुमार सिंह, राजनीति शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर अखिलेश कुमार जायसवाल, भूगोल एवं समाजशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अरुण कुमार सिंह लेखाकर सत्य प्रकाश सिंह, डॉ अमित कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश प्रसाद आदि रहे।