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सत्ता में बने रहने का भाजपा की सरकार अपना नैतिक हक खो चुकी है-पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह

गाजीपुर। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (UP TET Paper) यूपीटेट परीक्षा का पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द कर दिया गया। परीक्षा रद्द होने की सूचना मिलते ही परीक्षार्थी का अध्यापक बनने सपना फिलहाल चकनाचूर हो गया। करीब 21 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।

परीक्षा रद्द होने के बाद सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार सत्ता में बने रहने का अपना नैतिक हक पूरी तरह खो चुकी है। उसे तत्काल प्रभाव से सत्ता छोड़ कर जनादेश का सामना करना चाहिए।
सपा नेता ने कहा कि पेपर लीक होना यह कोई पहला
वाकया नहीं है। इसको जोड़कर कुल सात बार ऐसा
हुआ है और हर बार लाखों नौजवानों के भविष्य के
साथ मजाक हुआ है। टीईटी परीक्षा रद्द होने के बाद
परीक्षा केंद्रों से अभ्यर्थी हताश, निराश व परेशानहाल में लौटे। श्री सिंह ने कहा कि वाकई वह मंजर बेहद दुखदाई था। सड़कों पर जगह-जगह जाम में फंसी महिला अभ्यर्थियों में कई ऐसी भी थीं जिनकी गोद में मासूम बच्चे भूख-प्यास से बिलबिला रहे थे। उनके साथ के पुरुष अभिभावक असहाय थे। सरकार की ओर से अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों से घर लौटने के इंतजाम की घोषणा भी जमीन पर कहीं नहीं दिखी। यही अभ्यर्थियों भाजपा सरकार की ताबूत में कील ठोकने का काम करेगे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने के झूठे सपने दिखा कर सत्ता में आई भाजपा प्रतियोगी परीक्षाएं तक कायदे से नहीं करा पाई। एक ओर तो यह सरकार अपराध पर नियंत्रण का ढिढोरा पीट रही है और दूसरी ओर यह सरकार परीक्षाओं के पेपर लीक करने वालों तक पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। इस दशा में इस सरकार का कोई औचित्य नहीं रह जाता और भाजपा में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो वह खुद सत्ता छोड़ दे। वैसे भी प्रदेश की जनता इस सरकार की नाकामी, अत्याचार, झूठ-फरेब से आजिज आ चुकी है और उसे हटाने के लिए बस मौके का इंतजार कर रही है।