ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टि क्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर अलग-अलग दिन मोतियाबिंद के नि:शुल्क ऑपरेशन किए जाएंगे। इसके लिए शासन द्वारा जनपद को 18,624 लोगों के नि:शुल्क ऑपरेशन का लक्ष्य दिया गया है।
एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा ने कहा कि हर कोई अपनी खुली आंखों से दुनिया को देखना चाहता है । कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनके एक सीमित उम्र पार करने के बाद आँखों में समस्या होने लगती है। आंखों में मोतियाबिंद की समस्या सामान्य देखी गयी है। प्रत्येक वर्ष गरीब व असहाय लोगों के मोतियाबिंद रोग के नि:शुल्क ऑपरेशन का कार्यक्रम चलाया जाता है। शासन की ओर से इस बार 18624 लोगों का मोतियाबिंद ऑपरेशन करने का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए माइक्रो प्लान बना लिया गया है। प्रत्येक दिन अलग-अलग स्वास्थ्य केंद्रों पर मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा रहा है।
डॉ सिन्हा ने बताया कि प्रत्येक सोमवार जिला चिकित्सालय गोरा बाजार पर डॉ स्नेहा सिंह के द्वारा ऑपरेशन किया जाएगा। प्रत्येक मंगलवार को जिला चिकित्सालय में डॉ धर्मेंद्र कुमार, प्रत्येक बुधवार को जिला चिकित्सालय गोरा बाजार में डॉ डीपी सिन्हा, प्रत्येक गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर में डॉ स्नेहा सिंह व प्रत्येक बृहस्पतिवार को जिला चिकित्सालय गोरा बाजार में डॉ बृजेश कुमार जिला चिकित्सालय गाजीपुर, शुक्रवार जिला चिकित्सालय गोरा बाजार धर्मेंद्र कुमार, प्रत्येक शनिवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जमानिया और जिला चिकित्सालय गाजीपुर पर डॉ धर्मेंद्र कुमार और डीपी सिन्हा के द्वारा मोतियाबिंद के ऑपरेशन का कैंप किया जाएगा।
डॉ सिन्हा ने बताया कि पिछले वर्ष 18624 मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य दिया गया था। जिसके सापेक्ष 13458 लोगों का सफल मोतियाबिंद ऑपरेशन कर उन्हें निःशुल्क चश्मा भी दिया गया। इस वर्ष लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 2102 लोगों का मोतियाबिंद का इलाज किया जा चुका है। जनपद में जो भी मोतियाबिंद के मरीज हैं तो वह ऑपरेशन के लिए निकट के स्वास्थ्य केंद्र पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों के द्वारा मोतियाबिंद ऑपरेशन भी कैंप लगाए जा रहे हैं। इस कार्य में एमएस हॉस्पिटल दिलदारनगर व माँ दुलेश्वरी हॉस्पिटल आमघाट भी लगातार नि:शुल्क ऑपरेशन कर रहे हैं। यह ऑपरेशन कोविड-19 की जांच और उसमें निगेटिव आने पर ही किया जा रहा है।