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दीप प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का हुआ शुभारम्भ

गाजीपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली से प्राप्त निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर के तत्वाधान में 11.12.2021 को प्रातः 09ः45 बजे जनपद न्यायालय गाजीपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर प्रशान्त मिश्र, जनपद न्यायाधीश द्वारा मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप-प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का उद्घाटन किया गया, तथा उन्होंने कहा कि लोक अदालत मे न केवल मुकदमो का निस्तारण किया जाता है, बल्कि समाज के लोगों के मध्य परस्पर बैमनस्यता भी समाप्त हो जाती हैं। विष्णु चन्द वैश्य, नोडल अधिकारी, लोक अदालत एवं स्वप्न आनंद, सिविल जज (सी0डि0)/प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु नियत वादों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गयी है। उनके द्वारा जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार प्रसार हेतु किये गये प्रयासों के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गयी।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 16080 मामले निस्तारण हेतु नियत किये गये थे, जिसमें से सुलह समझौतें एवं संस्वीकृति के आधार पर कुल 5798 वाद अंतिम रूप से निस्तारित किये गये। राजस्व विभाग आदि के 1901 मामले, विभिन्न न्यायालयों द्वारा 3274 मामले तथा बैंक एवं अन्य विभाग द्वारा कुल 623 मामले निस्तारित किये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 7,48,21,442/- रू0 की धनराशि के संबंध में आदेश पारित हुआ। दीवानी न्यायालय द्वारा कुल 3,25,28,171/- के संबंध में आदेश पारित किया गया तथा राजस्व न्यायालयों एवं बैंक में कुल 4,22,93,271/-रू0 के संबंध में सुलह-समझौता हुआ।
माननीय जनपद न्यायाधीश प्रशान्त मिश्र द्वारा लोक अदालत की सफलतापूर्वक समाप्ति पर नोडल अधिकारी, लोक अदालत एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रशंसा की गयी एवं उनके द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारीगण, वादकारीगण, अधिवक्तागण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सहयोग देने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया। न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा कुल 52 वाद निस्तारित किये गये व कुल-1,31,90,000/-रू0 की धनराशि के संबंध में आदेश पारित किया गया। प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, गाजीपुर द्वारा 50 वाद निस्तारित किये गये जिसमें से 06 मामलों में पति-पत्नी में सुलह कराकर उन्हे न्यायालय से एक साथ विदा किया गया।स्वप्न आनंद, सिविल जज (सी0डि0)/प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजीपुर द्वारा 35 वर्ष से लम्बित 01 दीवानी वाद व 30 वर्ष स अधिक समय से लम्बित 02 दीवानी वाद सहित कुल 67 वाद निस्तारित किये गये तथा कुल-1,74,58,277/-रू0 की धनराशि के संबंध में आदेश पारित किया गया। प्रभारी सचिव द्वारा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, अधिवक्तागण, मीडियाकर्मी तथा पुलिस एवं प्रशासन विभाग के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित किया गया।