मलसा(जमानियाँ)। स्थानीय महावीर धाम ढढ़नी रणवीर राय में एक दिवसीय सत्संग में सत्संग समिति अध्यक्ष संजय राय ने कहा कि शास्त्रों में उल्लिखित धन्य घड़ी जब होई सत्संगा” सिद्धांत है कोई साधारण चौपाई नहीं है। जीवन में संग का बहुत बड़ा प्रभाव होता है। किसी व्यक्ति के जीवन को देखकर यह समझा जा सकता है कि उसके जीवन में किस प्रकार संग मिला है।
पारसमणी का संग पाकर लोहा भी स्वर्ण बन जाता है,उसी प्रकार श्रेष्ठ का संग करने से जीवन मूल्यवान एवं श्रेष्ठ बन जाता है। अन्न,धन, ऐश्वर्य, वैभव, पद, प्रतिष्ठा, मान, सम्मान, बल, बुद्धि भले ही जीवन में हो लेकिन सुसंग न हो तो रावण की लंका के समान ही है।
वस्तुएं होते हुए भी वस्तुओं का श्रेष्ठतम उपयोग करना हमें सत्संग ही सिखाता है। सत्संग वो चिकित्सालय है जहाँ मन के समस्त विकारों,मन के समस्त रोगों का पूर्ण निवारण किया जाता है।आप सत्संग प्रेमी बने, वो आपको उस प्रभु का और सबका प्रिय बना देगा।
रिपोर्ट–सुशील गुप्ता