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परिवार नियोजन साधन उपलब्ध कराने में जनपद सर्वश्रेष्ठ

गाजीपुर। जनसंख्या स्थिरता के लिए स्वास्थ्य विभाग कई अभियान चला रही है। स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों को समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में प्रयासरत है। इसके साथ ही प्रोत्साहित करने के लिए लाभार्थी को स्वास्थ्य केंद्र तक लाने वाली सेवा प्रदाता को प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा नसबंदी कैंप के आयोजन के साथ परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों का निशुल्क वितरण किया जा रहा है। इसके साथ ही सास बेटा बहू सम्मेलन का आयोजन एवं नई पहल किट की वितरण विभाग द्वारा लगातार किया जा रहा है। इन साधनों में पुरुष व महिला नसबंदी, अंतरा इंजेक्शन, प्रसव पश्चात आईयूसीडी, गर्भ समापन पश्चात आईयूसीडी और आईयूसीडी के साथ ही छाया गोली, कंडोम और मिशन परिवार विकास के लिए सास बेटा बहू सम्मेलन का आयोजन, कीट आदि शामिल हैं।
एसीएमओ व नोडल डॉ के के वर्मा ने बताया कि अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक शासन द्वारा परिवार नियोजन संसाधनों के लक्ष्य निर्धारित किए गए थे और उन लक्ष्यों के सापेक्ष दिसंबर 2021 तक जो उपलब्धि हासिल की है, उसके आधार पर जनपद गाजीपुर शासन के संकेतांको में जनपद ए ग्रेड प्राप्त किया है।
डॉ वर्मा ने बताया कि पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को 3000 रुपये प्रतिपूर्ति राशि और आशा कार्यकर्ता को 400 रुपये प्रोत्साहन राशि, महिला नसबंदी पर लाभार्थी को 2000 एवं आशा कार्यकर्ता को 300, प्रसव के पश्चात आईयूसीडी अपनाने वाले लाभार्थी को 3000 रुपये, अंतरा तिमाही इंजेक्शन पर लाभार्थी को 100 रुपये और प्रसव पश्चात आईयूसीडी प्रेरक को 150 रुपये विभाग के द्वारा दिया जाता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के डाटा ऑपरेटर राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में अब तक पुरुष नसबंदी में 57 लक्ष्य के सापेक्ष 45 पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी के लक्ष्य 8669 के सापेक्ष 6512, अंतरा इंजेक्शन 9846 के सापेक्ष 10637, प्रसव पश्चात आईयूसीडी के लक्ष्य 6000 के सापेक्ष 3901, गर्भ समापन पश्चात आईयूसीडी के लक्ष्य 106 के सापेक्ष 29, आईयूसीडी 3500 लक्ष्य के सापेक्ष  6048, गर्भनिरोधक छाया के लक्ष्य 490 के सापेक्ष 141, जनपद के समस्त जिला स्तरीय चिकित्सालय, स्वास्थ्य केंद्र, उप केंद्र पर कंडोम बॉक्स स्थापित करने के लक्ष्य 467 के सापेक्ष 399, सास बेटा बहू सम्मेलन के आयोजन 2875 के सापेक्ष 2792 सम्मेलनों का आयोजन, किट के लक्ष्य 6000 के सापेक्ष 1840 नई पहल किट का समुदाय में वितरण किया गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि यदि कोई महिला गर्भनिरोधक साधन अपना रही हो या गर्भवती या धात्री हो तो ऐसे सभी लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण कराना आवश्यक है। यह टीकाकरण उन्हें किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाएगा, क्योंकि बहुतसी महिलाओं ने इसी भ्रम के चलते अभी तक कोविड-19 का टीकाकरण नहीं कराया है। ऐसे सभी लोगों से स्वास्थ्य विभाग अपील की है कि वह तत्काल कोविड-19 का टीकाकरण करा कर स्वयं और परिवार को सुरक्षित करें।