गहमर(गाजीपुर)। स्थानीय गांव के स्टेशन पर रेल ठहराव के लिए चल रहे आमरण अनशन के दौरान ग्रामीणों द्वारा सोमवार की शाम मशाल जुलूस निकालने के बाद सोमवार की रात लगभग 11.30 बजे चार अनशनकारियों को भारी संख्या में रेल पुलिस व स्थानीय पुलिस के साथ एसडीएम सेवराई और सीओ जमानियां धरना स्थल से गिरफ्तार कर टेंट तंबू उखाड़ ले गए। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में आक्रोश फैल गया। मंगलवार की सुबह कई गाड़ियों से ग्रामीण जिला मुख्यालय को कूच कर गए।
ज्ञात हो कि स्थानीय गांव के रेलवे स्टेशन पर कोरोना को आधार बनाकर यहां रुकने वाली कई जोड़ी ट्रेनों का ठहराव खत्म कर दिया गया,जिसके पुनः ठहराव को लेकर भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति, रेल पुनः ठहराव समिति,व्यापार मंडल के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण विगत 15 दिनों से अनशन कर रहे थे। अपनी मांगों को पूरा ना होते देख पूर्व सैनिकों ने 3 दिन पूर्व से आमरण अनशन करना शुरू कर दिया था । सोमवार की शाम गांव के पकडीतर मैदान से ग्रामीणों द्वारा मशाल जुलूस निकालकर रेल प्रशासन का विरोध किया गया । मशाल जुलूस निकालने की सूचना पर प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया। सोमवार की रात लगभग 11.30 रेलवे स्टेशन पर आमरण अनशनरत आनंद मोहन सिंह, महेंद्र उपाध्याय, सुधीर सिंह एवं रोहित सिंह को पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ जिला मुख्यालय ले गई साथ ही टेंट तंबू उखाड़ ले गयी। घटना की सूचना रातो रात पूरे गांव में जंगल में आग की तरह फैल गई और लोग प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करने लगे। मंगलवार की सुबह दर्जनों की संख्या में ग्रामीण भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति के सदस्यों के साथ पुलिस कप्तान एवं जिलाधिकारी से वार्ता करने पहुंच गए । वही गिरफ्तार आंदोलनकारियों ने प्रशासन द्वारा दुर्व्यवहार करने तथा उनका मोबाइल और पैसा छीनने का आरोप भी लगाया है।