गाजीपुर। इंडियन प्रेस से पुनर्प्रकाशित हो रही हिन्दी की प्रतिष्ठित त्रैमासिक सरस्वती पत्रिका के सम्पादन मण्डल में परिवर्तन किया गया है। प्रेस के निदेशक सुप्रतीक घोष ने जमानियाँ ब्लाक क्षेत्र के ग्राम बरुइन निवासी साहित्यकार रविनन्दन सिंह व पत्रिका के सहायक सम्पादक अनुपम परिहार को पत्रिका के सम्पादन का दायित्व सौपा है, जबकि निवर्तमान सम्पादक डॉ० देवेन्द्र शुक्ल को पत्रिका के संरक्षक मण्डल में शामिल किया है। यह खबर मिलते ही स्वजनों व क्षेत्र में हर्ष व्याप्त हो गया।
आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी द्वारा संपादित पत्रिका का प्रकाशन 40 वर्ष पूर्व बंद हो गया था। उसके बाद 2020 में पत्रिका का पहला अंक प्रकाशित हुआ था। साहित्यकार रविनन्दन सिंह इसके पूर्व हिंदुस्तानी ऐकेडमी की शोध पत्रिका हिन्दुस्तानी के सम्पादक रह चुके है। इनकी एक दर्जन से अधिक रचनाएं प्रकाशित हो चुकी है तथा सन् 2021 में “मैं तुम्हारी दौड़ में शामिल नहीं” (नवगीत संग्रह), “ऐसी बिछी बिसात जीवन में शतरंज की” (सोरठा सतसई) कृतियाँ प्रकाशित हुई। पूर्व में इन्हें उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का नरेश मेहता सम्मान, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का डॉ धीरेन्द्र वर्मा सम्मान, ‘संचेतना’ संस्था का सर्वेश्वर दयाल सक्सेना सम्मान, ‘समन्वय’ संस्था का फादर डॉ. कामिल बुल्के सम्मान, ‘साहित्यकार संघ वाराणसी’ का सेवक स्मृति सम्मान, भारतीय वांग्मय पीठ कोलकाता का साहित्य शिरोमणि सारस्वत सम्मान, राष्ट्रीय पुस्तक मेला का साहित्य शिरोमणि सम्मान, भारत लोकरंग महोत्सव का लोककलाविद सम्मान, साहित्य-आराधन संस्था का कृष्णेश्वर डींगर सम्मान, शैल कुमारी साहित्य संस्थान का डॉ. शैल कुमारी साहित्य शिखर सम्मान सहित अनेक सम्मान-पुरस्कार प्राप्त है।