जमानिया(गाजीपुर)। बार एसोसिएशन सभागार में बुद्धवार को संत शिरोमणि संत रविदास की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि संत ने भेदभाव से दूर रहकर लोगों को भक्ति के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी।
कार्यक्रम में बार के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह ने कहा कि संत रविदास दास जी के जीवन पर जाति का कोई प्रभाव नहीं पड़ा।उन्होंने जातिवाद से ऊपर उठकर कार्य किया। वह एक दार्शनिक भी थे। उन्होंने भक्ति के मार्ग पर चलकर लोगों को ईश्वर को प्राप्त करने की सीख दी। उनकी रचना में प्रभु के प्रति प्यार दिखता है। अधिवक्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मिष्ठान का वितरण किया। इस अवसर पर रामजी राम‚ सुरेन्द्र प्रसाद‚ काशीनाथ राय‚ शिवाशंकर भारती‚ राजवंश सिंह‚ इमरान खां‚ मेराज हसन‚ अंगद सिंह‚ रविप्रकाश‚ अंजनी राय‚ दिनदयाल त्रिवेदी‚ घनश्याम सिंह‚ फैसल होदा‚ लखेश्वर सिंह‚ जय प्रकार राम‚ अशोक सिंह यादव‚ ज्ञानसागर लाल श्रीवास्तव‚ दिग्विजय तिवारी‚ अशोक गुप्ता‚ रमेश चन्द्र राम‚ दामोदर सिंह‚ उदयनरायन सिंह आदि अधिवक्तागण मौजूद रहे।
मतसा संवाददाता के अनुसार क्षेत्र में रविदास जयंती धूमधाम से मनाई गई श्रद्धालुओं ने बाजे गाजे के साथ रविदास जी की झांकी सजा कर विभिन्न गांव में भ्रमण कराते हुए भक्ति मय नारे लगा रहे थे। जिससे पूरा क्षेत्र भक्ति में हो गया। रविदास मंदिर डु़हिया, मेदनी चक नंबर दो, ढ़ढनी, ताजपुर माझा, सम्बलपुर, मतसा, जीवपुर, कालनपुर आदि जगहों पर रविदास जी की झांकी निकाली गई।