गाजीपुर। मेरा नाम बृजेश कुमार मेरी उम्र लगभग 35 बर्ष है ग्राम- परही, पोस्ट -तिलौली कला ,तहसील- घोरावल, जनपद -सोनभद्र का निवासी हूं मैं खेती और पशुपालन दोनों करता हूँ। मैंने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दो एकड़ टमाटर की खेती किया था।
इस वर्ष हमारे टमाटर की फसल में झुलसा रोग लग रहा था जिससे टमाटर का विकास ठीक से नहीं हो रहा था इसके लिए मैं बाज़ार से दवा लाकर छिड़काव किया लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ तब मुझे रिलायंस फाउंडेशन के तकनीकी आधारित कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त हुआ। मैं उस कार्यक्रम में व्हाट्सप्प के माध्यम से दिनांक 27/09/21 को जुड़ा और कृषि वैज्ञानिक से अपने टमाटर के फसल में लाग्ने वाले झुलसा रोग के निदान के बारे में पूछा। कृषि वैज्ञानिक ने मुझे 15 ग्राम साईमोक्सोनिल और 15 ग्राम मैंकोजेब प्रति टंकी (15 लीटर पानी) में घोल बनाकर छिड्काव करने के लिए बताया मैंने उनके बताए अनुसार दवा का छिड़काव किया जिससे झुलसा रोग सही हो गया। दो लगभग दो महीने के बाद पुनः टमाटर के फसल में कीड़े लगने लगे और साथ ही टमाटर बीच में से फट जा रहे थे। मैंने रिलायंस फ़ाउंडेशन के प्रतिनिधि को दुबारा प्रोग्राम में जुड़ने के लिये आग्रह किया और दिनांक 24/11/21 को कार्यक्रम में भाग लेकर अपनी समस्या को कृषि वैज्ञानिक से पूछा जिससे कृषि विशेषज्ञ ने 15 मिलीलीटर इन्ड़ेक्साकार्ब दवा प्रति 15 लीटर पानी में घोल बनाकर टमाटर के खेत में छिड्काव करने के लिये बताया मैंने उस दवा को बाजार से लाकर के टमाटर के ऊपर छिड़काव किया जिससे कि हमारा टमाटर का फल नहीं फटा और उसमें कीड़े भी खत्म हो गए जिसके फलस्वरूप काफी अच्छी पैदावार हुई। पिछले वर्ष 2020 में 2 एकड़ खेत में 23 कुंतल टमाटर का उत्पादन हुआ था इस वर्ष हमें रिलायंस फाउंडेशन की की मदद से दो एकड़ खेत में 35 कुंटल टमाटर का उत्पादन प्राप्त हुआ इस तरह से मुझे 12 क्विंटल टमाटर का अत्यधिक उत्पादन हुआ जिससे मुझे पिछले साल की अपेछा 12000/-रुपए का अतिरिक्त फ़ायदा हुआ। यदि रिलायंस फ़ाउंडेशन के द्वारा मुझे सही समय पर सलाह नहीं मिली होती तो काफी नुकसान होता। इसके लिए मैं रिलायंस फाउंडेशन को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं और आशा करता हूं कि हम किसान भाइयों के बीच में ऐसा ही कार्यक्रम करता रहे जिससे कि हम किसान भाइयों को कहीं इधर-उधर भटकना न पड़े सही सलाह मिल जाए। आगे भी मैं रिलायंस फाउंडेशन के टोल फ्री नंबर 1800 419 8800 का इस्तेमाल करके खेती पशुपालन मौसम संबंधी जानकारी लेता रहूंगा।