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दूषित पर्यावरण घर-आँगन की गौरैया को कर रही विलुप्त-पर्यावरणप्रेमी रमेश सिंह यादव

जमानियाँ(गाजीपुर)। ब्लाक क्षेत्र के ग्राम डेहरिया स्थित काली माता मंदिर परिसर में रविवार को कविता गुँजन व किसान जनसेवा के तत्वाधान में प्राणी व पर्यावरणप्रेमी रमेश सिंह यादव द्वारा हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में प्राणी व पर्यावरणप्रेमी रमेश सिंह यादव ने पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन के कारण होनी वाली तमाम समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दूषित पर्यावरण के कारण ही हमारे घर-आँगन की गौरैया विलुप्त हो रही हैं। श्री यादव ने कहा कि धुँवाधार बनते पक्के मकान, टेलीफोन टावर, लोगों की भौतिकवादी सोंच इत्यादि गौरैया के संकट के अहम कारण हो गए।

हाजी इस्लाम ने कहा कि इस तरह के कार्य कम हो रहे हैं जिसके द्वारा हमारी सभ्यता, सांस्कृति व पर्यावरण बचा रहे। फणींद्र शर्मा ने इस कार्य की खूब प्रशंसा की और कहा कि यह बहुत ही नेक कार्य है। हमारा पर्यावरणीय परिवेश बहुत बिगड़ा है। इसमें हम सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में बच्चों ने अब ये चिड़िया कहाँ रहेगी, फिर आजा गौरैया, मेरे आँगन में चीं-चीं करती कविताओं का पाठ किये।

कार्यक्रम के दौरान बब्बी, माज़िद, अमित सिंह, सरोज यादव, हाजी इस्लाम द्वारा मौजूद लोंगों को गौरैया घोसला सप्रेम भेंट किया गया। अन्त में कार्यक्रम के आयोजक रमेश सिंह यादव ने सबका आभार व्यक्त करते हुए सबको इस अभियान को निरंतर आगे बढ़ाने की अपील भी की। उक्त मौके पर लवकुश, हिमांशु, कृष्ण शर्मा, मंटू, फणीन्द्र, हिमांशु, इस्राफील, रवि, ऋषिराज आदि उपस्थित रहे।