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कविवर अनंतदेव पांडेय अनन्त के एकल काव्यपाठ ने बटोरी वाहवाही

जमानियां(गाजीपुर)। स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संगोष्ठी कक्ष में जनपद के प्रतिष्ठित कवि अनंतदेव पांडेय अनन्त के काव्यपाठ से आह्लादित श्रोताओं ने काव्य रस में झूमकर वाह वाह किया।

महाविद्यालय के स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध हिंदी विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ मदन गोपाल सिंहा अध्यक्ष राजनीतिशास्त्र विभाग के संचालन में यह काव्यपाठ 11.00 बजे से प्रारंभ होकर लगभग तीन बजे तक चला। सर्व प्रथम अनन्त जी ने सरस्वती जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।सरस्वती वंदना से प्रारम्भ करके भोजपुरी खड़ी बोली उर्दू सहित अंग्रेजी की स्वरचित रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करने में कविवर पांडेय पूर्णतः सफल रहे। बेटाबर खुर्द के मूल निवासी एवं जमानियां के स्मृति शेष कवि हरिवंश पाठक गुमनाम की स्मृति में भी पाठ कर पांडेय जी ने उन्हें बेहतरीन रचनाकार बताया। काव्य से श्रोताओं को कवि दृष्टि का सूक्ष्म ज्ञान तो हुआ ही हृद तंत्री के तार भी निनादित हो उठे। अनन्त जी की रचना की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने अनन्त जी की रचनाओं पर लघु शोध प्रबन्ध लिखे जाने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता गहमर इंटर कॉलेज गहमर के पूर्व प्रधानाचार्य वयोवृद्ध पंडित त्रिविक्रम उपाध्याय ने किया।

इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार सौरभ साहित्य परिषद के संस्थापक शिक्षक राजेंद्र सिंह, कविवर अनन्त के पुत्र गोपाल जी पांडेय, शिक्षक उमाशंकर सिंह, देवेंद्रनाथ सिंह, डॉ ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव, डॉ सुरेश राय, संसार सिंह, श्रीनिवास सिंह, सुरेंद्र नाथ पांडेय, श्रीनिवास यादव आदि मौजूद रहे।