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बुसेलोसिस टीकाकरण अभियान 11 अप्रैल से 10 मई तक

गाजीपुर। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 शिवकुमार रावत गाजीपुर ने बताया है कि बुसेलोसिस टीकाकरण अभियान (11 अप्रैल 2022 से 10 मई 2022) बुसेलोसिस बीमारी पशुओं में होने वाली एक घातक बीमारी है जो पशुओं में एक जीवाणु बुसेला एबारटस द्वारा होती है पूरे संसार में फैलने वाली इस बीमारी से डेरी व्यवसाय में बहुत नुकसान होता है।

यह बीमारी एक जूनोटिक बीमारी है। जो पशुओं से मनुष्यों में होती है इसके संक्रमण से मनुष्यों में अनड्यूलेन्ट फीवर (माल्टा बुखार) हो जाता है जिसमे बुखार आना, पसीना आना, कमजोरी आना, भूख न लगना, सरदर्द, मांस पेशियों एवं कमर में दर्द होना जैसे लक्षण आते हैं मनुष्यों में यह बीमारी संक्रमित पशु का कच्चा दूध पीने से होती है। पशुओं में इस बीमारी से गर्भित मादा पशु में 05 माह के बाद गर्भपात हो जाता है और ठीक उसी समय में दूसरे एवं तीसरे गर्भ में भी गर्भपात हो जाता है जिससे जेर रूक जाती है जिसके कारण पशु मे मेटराइटिस हो जाती है तथा मेटराइटिस के तीव्र फार्म में होने से सेप्टीसीमिया हो जाती है जिससे प्रभावित पशु की मृत्यु तक हो जाती है। इस बीमारी से बचाव के लिए प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पशुरोग उन्मूलन योजना (एन०ए०डी०सी०पी०) के तहत पशुपालन विभाग द्वारा 04 माह से 08 माह तक के उम्र के बछिया व पड़िया को ब्रुसेला वैक्सीन लगाने का अभियान 11 अप्रैल 2022 से 10 मई 2022 तक चलाया जायेगा। जिसमे टीम द्वारा पशुपालक के द्वार पर जाकर टैग व टीकाकरण किया जायेगा इस प्रकार जनपद में 71180 पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा। बुसेलोसिस बीमारी व बचाव हेतु यह जीवाणु जनित रोग है जिसमें पशु का अंतिम तिमाही में गर्भपात हो जाता है, संक्रमित पदार्थ के सम्पर्क या कच्चा दूध पीने से यह रोग पशुओं से इंसानों में भी हो सकता है, संक्रमित पशु का लम्बे समय तक इलाज चलता है जिससे अधिक नुकसान होता है, संक्रमित पशु की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है, टीकाकरण ही एकमात्र बचाव है, सरकार द्वारा बुसेला का टीका निःशुल्क लगाया जायेगा, यह टीका 04 से 08 माह की पड़िया व बछिया को जीवन में एक ही बार लगाया जायेगा।