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अधिवक्ताओं ने समस्त न्यायालयओं से न्यायिक कार्य से विरत रहने का लिया निर्णय

जमानियां(गाजीपुर)। बार एसोसिएशन सभागार में 13 अप्रैल को अधिवक्ताओं की आवश्यक बैठक आहूत की गई। जिसमें तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अन्य समस्या पर विचार विमर्श किया।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे बार के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह ने कहा कि यह तहसील पुरानी तहसील में से एक है। इस तहसील परिसर में पेयजल की व्यवस्था‚ आदेश हेतु सुरक्षित पत्रावलियों में समय से आदेश पारित करने‚ उच्च न्यायालय द्वारा निर्देशित पत्रावलियों के साथ साथ अन्य पत्रावलियों की भी सुनवाई नियत तिथि पर की जानी जाएग। उन्होंने प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा अवैध धन उगाही एवं तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाने की मांग की। अभिलेख कक्ष में मुआइना हेतु कर्मचारी की नियुक्ति कराई जाए तथा मुआइना हेतु समय निर्धारित किया जाए ताकि परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि धारा 32 ⁄ 38 की लंबित पत्रावली की रिपोर्ट एवं निस्तारण की समय सीमा निश्चित की जाए। उपजिलाधिकारी न्यायालय में सुनवाई के दौरान पत्रावली में आर्डर शीट न लिखे जाने पर आपत्ति जताई। कहा कि आर्डर शीट न भरे जाने से विवाद की स्थिति बनी रहती है। ऐसी स्थिति में पीठासीन अधिकारी द्वारा सुनवाई के समय आर्डर शीट लिखा जाने आदि से संबंधित करीब 10 मांग पत्र 6 अप्रैल को उपजिलाधिकारी को दिया गया तथा मांग पत्र में यह भी कहा गया कि यदि मांगों का 07 दिनों के अंदर समुचित समाधान नहीं हुआ तो बाध्य होकर बार संघ 13 अप्रैल को बैठक कर अगली रणनीति पर विचार विमश किया जाएगा। मांग पत्र का समाधान न होने के कारण 13 अप्रैल को बैठक कर समस्त अधिवक्तागणों ने निर्णय लिया कि जब तक सभी मांग पूरी नही हो जाती तब तक समस्त न्यायालयओं से न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इस अवसर पर उदय सिंह‚ राजवंश सिंह‚ रामजी राय‚ कमलकांत राय‚ पंकज तिवारी‚ इमरान‚ अशोक गुप्ता‚ फैशल होदा‚ संजय दूबे‚ काशीनाथ राय‚ ज्ञानसागर श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।