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वैदिक मंत्रोचार के बीच भव्यता के साथ हुआ माँ गंगा की आरती

जमानियाँ(गाजीपुर)। स्थानीय कस्बा बाजार स्थित यमदम्नि-परशुराम पक्का गंगा घाट पर गुरूवार की शाम गंगा दशहरा के पावन पर्व पर मॉ गंगा उत्तर वाहिनी सेवा समिति के तत्वाधान में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री व विधायक ओमप्रकाश सिंह के प्रतिनिधि मन्नू सिंह के कर-कमलों द्वारा माँ गंगा भक्तों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोचार के बीच भव्यता के साथ माँ गंगा की आरती किया गया।

गंगा दशहरा पर माँ गंगा का पूजन करती कोतवाली प्रभारी वन्दना सिंह

सर्वप्रथम मुख्य अतिथि व कोतवाली प्रभारी वन्दना सिंह द्वारा माँ गंगा के चित्र पर माल्यार्पण व पूजा अर्चन कर विधि विधान से आर-पार का माला उतारा गया तथा मर्मज्ञ विद्धान विनायक उपाध्याय, शिवजी पाण्डेय व त्रिपुरारी पाण्डेय द्वारा मन्त्रोचार के बीच हवन पूजन करने के बाद मुख्य अतिथि के कर कमलों द्वारा माँ गंगा का भव्य आरती किया गया। तत्पश्चयात सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान उमड़ा आस्था का जन सैलाब माँ गंगा का जयकारा लगा रहा था।

हवन पूजन करते विधायक प्रतिनिधि मन्नू सिंह

मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि मन्नू सिंह ने कहा कि गंगा दशहरा पुण्य सलिला गंगा का हिमालय से उत्पत्ति का दिवस है। इस दिन गंगा स्नान से दस प्रकार के पापों का विनाश होता है, इसलिए इस दिन को ‘गंगा दशहरा’ नाम दिया गया। जहाँ-जहाँ गंगा का प्रवाह मर्त्य भूमि को स्पर्श करता गया, वह पवित्र हो गई वहाँ तीर्थ बन गए। गंगा तट पर स्थित हरिद्वार, प्रयाग, काशी तीर्थ बन गए। इनका आध्यत्मिक महत्त्व बढ़ गया। गंगा जल की पवित्रता के कारण ही हिन्दुओं के प्रत्येक धार्मिक अनुष्ठान में गंगा जल प्रयुक्त होता है। इसलिए हमलोगों को मॉ गंगा की सफाई करने का शपथ लेना चाहिए। मॉ गंगा साफ रहेगी तभी सबका कल्याण होगा। इस घाट को अत्यधिक सुन्दर बनाया जायेगा ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।

माँ गंगा का नाव द्वारा आर-पार की माला उतरवाते विधायक प्रतिनिधि मन्नू सिंह

ज्ञात हो कि प्रत्येक साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। ऐसा माना जाता है मां गंगा की उत्पति भगवान विष्णु के चरणों से हुई है और धरती पर आने से पहले मां गंगा शिव की जटाओं में समा गईं थीं। मां गंगा समस्त पापों को हरने वाली हैं। मां की कृपा से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं और मृत्यु के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है। उक्त मौके पर मॉ गंगा उत्तर वाहिनी सेवा समिति के अध्यक्ष कमलचन्द्र बाबा, गोपाल जायसवाल, ओमप्रकाश जायसवाल, शेषधर उपाध्याय, रामवदन चौधरी, कुलेष चौधरी, अमित तिवारी, डा० गुप्तेश्वर नाथ, संगीता, सपना, गौरी, सुषमा जायसवाल, जयंति वर्मा, भावना निगम, अनिल यादव, मोहित गुप्ता, वैकेटेश्वर जायसवाल, दीपक पाण्डेय, प्रमोद यादव, श्रवण गुप्ता, प्रवीन जायसवाल, उमेश वर्मा, अजीत गुप्ता, मुन्ना गुप्ता आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।