ग़ाज़ीपुर (13 जून 22)। कोरोना महामारी के बाद मंकीपॉक्स वायरस फैल रहा है जो चेचक की तरह होता है। जिसको लेकर गाजीपुर का स्वास्थ्य महकमा काफी अलर्ट मोड में आ चुका है। जिसको लेकर सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने मंकीपॉक्स के लक्षण और उससे बचने के उपाय के बारे में मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी देने का काम किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है। जोकि स्व सीमित होती है। यह बीमारी मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षा वन क्षेत्रों में होती है। कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में भी रोग का प्रसार हो जाता है। वही इसके लक्षण को लेकर बताया कि इस बीमारी के लक्षण चेचक से मिलते जुलते हैं जो कि 2 से 4 सप्ताह तक प्रदर्शित होते हैं। इस बीमारी में मरीज को बुखार ,चकते, सूजी हुई लिम्फनोड बदन दर्द पाया जाता है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने मंकीपॉक्स से बचने के उपाय के बारे में बताते हुए कहा कि लक्ष्मण युक्त मरीज जानवरों के संपर्क में आने से बचें। हाथों को साबुन एवं पानी अथवा सैनिटाइजर से नियमित अंतराल पर स्वच्छ रखें। मास्क का हमेशा प्रयोग करें अधपके व कच्चे मांस का सेवन ना करें।
उन्होंने बताया कि लक्षण आने पर तत्काल निकट के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के आईडीएसपी विभाग से संपर्क कर अपना इलाज कराएं। किसी भी झोलाछाप चिकित्सक से इलाज ना करें।। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मरीजों में यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। बहुत ही कम ऐसे मरीज होते हैं जिसमें जटिलता पाई जाती है जो कि अधिकांश इलाज के बाद ठीक हो जाता है।