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भव्यता के साथ मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस

गाजीपुर 21 जून, 2022 (सू.वि)। जनपद के विभिन्न भागों में अन्तर्राष्ट्रीय विश्व योग दिवस भव्य रूप मनाया गया। मंगलवार को जनपद में उत्साह, उल्लास, एवं उमंग के साथ मानवता के लिए योग थीम पर अष्टम अंन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस-2022 का भव्य कार्यक्रम आयोजित हुए।

जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन परेड ग्राउन्ड में बड़ी तादात में लोग शामिल हुए। इसी के साथ तहसील, ब्लाक, समस्त ग्राम पंचायतो व विभिन्न सरकारी व निजी संस्थानों में भी योग दिवस का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का सफल संयोजन क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी आनन्द विद्यार्थी ने किया।
जिला प्रशासन एवं आयुष विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पुलिस लाइन प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह,, अपर जिलाधिकारी वि0रा0 अरूण कुमार सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी , जिला युवा अधिकारी कपिल देव राम, समस्त जनपद स्तरीय विभागो के अधिकारी एवं कर्मचारी, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद गाजीपुर सरिता अग्रवाल के अलावा कुल लगभग चार हजार लोगो ने अंन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस में भाग लिया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि योग भारतीय संस्कृति एवं परंपरा की एक अमूल्य देन है, इस उपभोक्तावादी समाज में जब व्यक्ति ने अपने आपको प्रतियोगी के बजाय प्रतिस्पर्धी बना लिया हो और अपने जीवन को यन्त्रवत ढाल लिया हो ऐसी स्थिति में उसके जीवन में निराशा, अवसाद और बीमारियां लगातार घर करती जा रही है, हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय परंपरा एवं संस्कृति में छिपे इस अद्भुत दर्शन को न केवल वैश्विक रूप दिया अपितु जन-जन के जीवन के अभिन्न अंग के रूप में स्थापित करने में भी मदद की, इस दिवस की महत्ता की सार्थकता को सिद्ध करने के लिए पूरे विश्व में योग दिवस का आयोजन किया गया। उन्होने कहा कि आज पूरा विश्व योग दिवस मना रहा है, इसका श्रेय हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है, हमारे प्रधानमंत्री जी की सोच का दायरा इतना विस्तृत है कि उन्होंने मानवीय पहलू पर विचार करने के उपरान्त ही योग दिवस की शुरूआत की, उन्होंने बताया है कि योग से मानव किस तरह से अपने जीवन को सुरक्षित रख सकता है, आज के विषम परिस्थितियों में जब आदमी की सोच बदल गयी है, खान-पान बदल गया है, रहन-सहन बदल गया है, इस भौतिकता के युग में हम पाश्चात्य संस्कृति को अपनाते जा रहे हैं, जो जीवन के लिए अत्यन्त घातक है, योग दिवस हमे बतलाता है कि व्यक्ति को सूर्यादय के पूर्व उठना चाहिए, नियम, संयम को अपने जीवन में अत्यधिक महत्व देना चाहिए तभी व्यक्ति स्वस्थ्य रह सकता है।


अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस यह एक ऐसा मौका था, जब जनप्रतिनिधि, जिले भर के अधिकारी और आम नागरिकों ने एक साथ योगाभ्यास किया। इसमें जनपद के कुशल योग प्रशिक्षक रूद्र तिवारी, नम्रता तिवारी, धीरज एवं जय प्रकाश ने सामूहिक प्रार्थना के बाद कॉमन योग प्रोटोकॉल की ग्रीवा शक्ति, शक्ति एवं घुटना शक्ति विकासक क्रियाओं, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, उत्तान मंडूकासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन एवं सवासन सहित कपालभाति, नाड़ी शोधन, प्राणायाम, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराते हुए प्रतिदिन योगाभ्यास का संकल्प दिलाया। साथ ही इन योगासनों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों और निरोगीकाया के लिए इनके महत्व को रेखाकिंत किया। कार्यक्रम का संचालन नेहरू युवा केन्द्र के लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चन्द्र प्रसाद ने किया।
इसी क्रम में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को प्रातः 6ः00 बजे सती अनुसुइया ग्रामोत्थान सेवा समिति मेदनीपुर गाजीपुर द्वारा सती अनसूया शिक्षा निकेतन में पतंजलि योगपीठ के प्रशिक्षक मृत्युंजय यादव के मार्गदर्शन में योगाभ्यास किया गया इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र छात्राओं शिक्षकों के साथ कुछ अभिभावक भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में 145 पुरुष एवं 109 महिलाएं सहित कुल संख्या 254 रही। योगाभ्यास के उपरांत लोगों को संबोधित करते हुए सती अनसूया ग्राम उत्थान सेवा समिति के सचिव कमलेश प्रकाश सिंह ने कहा कि योग के द्वारा हम बहुत ही बीमारियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं पूरी दुनिया आज योग के महत्व को समझ रही है विद्यालय की प्रधानाचार्य रागिनी सिंह में आए हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। उक्त मौके पर रितेश कुमार सिंह, रुचि श्रीवास्तव, खुशबू विश्वकर्मा, शिव प्रकाश राय, दीपशिखा सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।