Skip to content

मानवता के लिए हुआ योग अभ्यास

गहमर(गाजीपुर)। अष्टमअंतरराष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े गांव गहमर में नारायण घाट पर धूमधाम से इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन उत्तर प्रदेश के राज्य सहसंयोजक योगाचार्य डॉ. बुद्ध नारायण उपाध्याय के सानिध्य में मानवता के लिए योग अभ्यास क्रम किया गया।

इस क्रम में सर्वप्रथम ओम ध्वनि, तत्पश्चात प्रार्थना शिथिलीकरण के अभ्यास जैसे ग्रीवा चालन, स्कंध चालन, कटी चालन, घुटना संचालन।

योगासन खड़े होकर किए जाने वाले आसन

ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, उत्तानासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन।
बैठकर किए जाने वाले आसन

भद्रासन, वज्रासन, विरासन, अर्ध उष्ट्रासन, शशांक आसन, उत्तान मंडूकासन, मरिचयासन, वक्रासन।

पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन
मकरासन, भुजंगासन ,शलभासन
पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन
सेतुबंध आसन ,उत्तानपादासन, अर्ध हलासन ,पवनमुक्तासन, शवासन
कपालभाति क्रिया 3 चक्रों में प्रत्येक चक्र 20 बार।
प्राणायाम
नाड़ी शोधन अनुलोम विलोम प्राणायाम शीतली प्राणायाम भ्रामरी प्राणायाम भ्रामरी रेचक पूरक कुंभक।
ध्यान और मुद्राओं का अभ्यास
संकल्प
मैं संकल्प लेता हूं कि सर्वदा अपनी सोच में संतुलन बनाए रखूंगा ऐसी मनस्थिति मेरे उच्चतम आत्म विकास को असीम संभावनाएं प्रदान करती हैं मैं अपने कर्तव्य निर्वाह के प्रति कुटुंब और कार्य के प्रति तथा समाज व समूचे विश्व में शांति स्वास्थ्य और सौंदर्य के प्रचार प्रचार के लिए कृत संकल्पित हूं।
शांति पाठ
ॐ सर्वे भवंतु सुखिनः,
सर्वे संतु निरामय:।
सर्वे भद्राणि पश्यंतु ,
मां कश्चित् दुख:भागभवेत्।। ऊं शांति: शांति: शांति:।
इसके बाद योगाचार्य के द्वारा जल योग का अभ्यास जिसमें वृक्षासन शवासन ताड़ासन ध्यान का अभ्यास किया गया।
क्रम में सहभागी के रूप में ओम नारायण, नमो नारायण आयुष, अभिषेक लड्डू, राजेश जी, राकेश जी ,कुंदन जी एवं गांव के विशिष्ट लोगों ने भाग लिया।