ग़ाज़ीपुर (29 जून 22)। कोविड-19 टीकाकरण और नियमित टीकाकरण जो शासन की तरफ से लक्ष्य दिया गया है। उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार कवायद किया जाता रहा है। जिस की मानिटरिंग खुद जिलाधिकारी के द्वारा भी समय-समय पर किया जाता है। इसी को लेकर आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में धर्म गुरुओं के साथ एक बैठक किया गया। बैठक के माध्यम से कोविड-19 के दूसरे व बूस्टर डोज से वंचित लोगों में जागरूकता फैलाने को लेकर जनपद के कोने-कोने से आए हुए धर्म गुरुओं को कोविड-19 और नियमित टीकाकरण को लेकर जन जागरूकता फैलाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। यह कार्यक्रम यूनिसेफ और एडीआर इंडिया के द्वारा आयोजित किया गया था।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि शासन की मंशा है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर प्रति व्यक्ति को आच्छादित कर दिया जाए। ताकि बढ़ रहे कोविड-19 के प्रकोप से इस बार किसी भी तरह की हानि ना होने पाए। इसको लेकर शासन भी गंभीर है। जिसको लेकर समय-समय पर बैठक के माध्यम से भी कोविड-19 टीकाकरण बढ़ाने पर जोर दिया जाता है। बुधवार को जनपद के समाज के धर्मगुरु के साथ एक बैठक किया गया। बैठक के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए और कोविड-19 टीकाकरण नहीं कराने से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।
बैठक में शामिल मदरसा इस्लामिया महेशपुर मच्छटी के प्रिंसिपल अजमल कादरी ने बताया कि इस बैठक के माध्यम से यह बताया गया है कि अभी बहुत सारे लोग कोविड-19 टीकाकरण से छूटे हुए हैं। ऐसे लोगों को हम लोगों के माध्यम से समाज के अंदर जाकर उन्हें टीकाकरण के प्रति जागरूक करना है। ताकि लोग इस महामारी से बस सके। इसके पूर्व भी धर्मगुरुओं के साथ कई बैठकें की जा चुकी हैं। जिसका असर जनमानस में भी देखने को मिला था कि यहां पहले कोविड-19 टीकाकरण को लेकर भ्रांतियां फैली थी। लेकिन बाद में लोगों ने टीकाकरण कराना आरंभ कर दिया। ऐसे में आज के इस बैठक के बाद धर्मगुरु अपने-अपने क्षेत्रों में जाएंगे और लोगों से इसके लिए अपील करेंगे तो निश्चित रूप से इसके लिए लोग जागरूक होंगे।
आज के इस कार्यक्रम में यूनिसेफ के डीएमसी अजय उपाध्याय, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर अश्विनी श्रीवास्तव, बीएमसी फालिद ,डब्ल्यूएचओ से विवेक राय के साथ कलस्टर सखी और धर्मगुरु मौजूद रहे।