ग़ाज़ीपुर (29 जून 22)। बारिश का मौसम शुरू होते हैं अकाशीय बिजली का कहर शुरू हो जाता है। जिसके जद में आने से कई लोग घायल हो जाते हैं तो कई लोगों की मौत भी हो जाती है। इन्हीं सब को देखते हुए शासन के द्वारा पिछले दिनों दामिनी ऐप को लांच किया गया था। जो अकाशीय बिजली के गिरने के करीब 30 से 40 मिनट पूर्व ही जानकारी देता है। इसी को लेकर बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद पर कर्मचारियों के साथ चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशीष राय की अध्यक्षता में एक गोष्ठी के माध्यम से अकाशीय बिजली चमकने के दौरान क्या करें और क्या ना करें के बारे में जानकारी दी गई।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशीष राय ने बताया कि वज्रपात के समय तत्काल पक्की छत के नीचे चले जाएं, कांच की खिड़की टिनके छत और गीले सामान और लोहे के हैंडल से दूरी बना ले। क्योंकि आकाशीय बिजली इन्हीं सब चीजों पर सबसे पहले अटैक करता है। इसके अलावा यदि आप पानी में है तो पानी से तत्काल बाहर आ जाए। खुली जगह हो तो कान पर हाथ रखकर एडीओ को आपस में मिलाकर जमीन पर बैठ जाए। सफर के दौरान अपनी गाड़ी के शीशे को चढ़ा कर बैठे एवं मजबूत छत वाले वाहन में ही रहे। खुली छत के वाहन की सवारी ना करें। इन सावधानियों के साथ-साथ विशेष कर बिजली के उपकरण फ्रिज तार एवं टेलीफोन का प्रयोग ना करें। दीवार के सहारे टेक लगाकर ना खड़ा हो। यदि स्नान कर रहे हो तुरंत स्नान बंद कर दें। इन सब सावधानियों के साथ आकस्मिकता में तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र 108 नंबर एंबुलेंस सेवा लेकर तत्काल उपचार कराया जाना संभव है।
बीपीएम संजीव कुमार ने बताया कि इस तरह की परिस्थिति में नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र या 108 नंबर एंबुलेंस सेवा लेकर तत्काल उपचार कराएं। किसी भी सहायता हेतु 108 नंबर एंबुलेंस सेवा या पुलिस के 112 एवं राहत आयुक्त कार्यालय का 1070 पर संपर्क किया जा सकता है। याद रखे की आंधी बिजली की स्थिति में कोई भी खुला स्थान सुरक्षित नहीं होता। टेलीफोन एवं पानी के पाइप लाइन में विद्युत प्रवाह हो सकता है । इस दौरान घायल व्यक्ति को छूना पूर्णत सुरक्षित है। इस को झटका नहीं लगता है। साथ ही केंद्र सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने एक खास तरह का ऐप बनाया है। इस ऐप(दामिनी) की मदद से बिजली गिरने से 30 से 40 मिनट के पहले ही चेतावनी हमें मिल जाती है। इस ऐप का नाम दामिनी है जो बिजली गिरने से पहले यह चेतावनी देगा। साथ ही इस ऐप के माध्यम से बचाव की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं। इस दौरान गोष्ठी में बैठे हुए सभी कर्मचारियों को अपने अपने मोबाइल में इस एप्लीकेशन को अपलोड कराया गया। ताकि वज्रपात के इस समय पर जानकारी मिल सके। इस गोष्ठी में बीसीपीएम मनीष कुमार, आनंद मिश्रा, इकरम गांधी, गुंजन राय, राजकुमार, ओमप्रकाश व अन्य लोग मौजूद रहे।