गाजीपुर 06 जुलाई, 2022 (सू.वि)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य शशि मौर्या ने महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वालम्बन तथा जनपद में महिला अपराध, महिला उत्पीड़न अथवा अन्य किसी भी प्रकार से पीड़ित एवं प्रताड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे महिला आयोग द्वारा सुनवाई के क्रम में जुलाई माह के प्रथम बुद्धवार को स्थानीय गेस्ट हाउस/निरीक्षण गृह में पुलिस अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारियों की उपस्थिति में सुनवाई किया।
सुनवाई के दौरान उन्होनेें ने कहा कि प्रदेश सरकार की मन्शा के अनुसार महिला आयोग पूरी तरह से महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा एवं अन्य किसी भी प्रकार के उत्पीड़न से न्याय दिलाने हेतु संवेदनशील है तथा विकास के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं/बालिकाओं की भागीदारी मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होने कहा कि आयोग में सुनवाई के दौरान महिलाओं की समस्याओं का गहन विश्लेषण कर अन्य संबंधित अधिकारियों के सहयोग से उचित कार्यवाही कर उसका समाधान करना उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। सुनवाई के दौरान सदस्या महिला आयोग के समक्ष महिला उत्पीड़न से सम्बंधित अनेक प्रकरण आया जिस पर सदस्य द्वारा उपस्थित महिला थानाध्यक्ष को मामले की जांच करवा कर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए न्याय दिलाने हेतु निर्देशित किया गया।सदस्य शशि मौर्या ने ग्राम पंचायत सिखडी में पहुंचकर जन चौपाल के माध्यम से उपस्थित ग्रामवासियों की समस्याओं का सुना तथा महिलाओं के उत्पीड़न के सम्बन्ध में किसी प्रकार की समस्या होने पर वन स्टाप सेन्टर के माध्यम से निस्तारित करने का निर्देश दिया। उसके उपरांत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिखडी का स्थलीय निरीक्षण किया। जिसमें चिकित्सको/कर्मचारियों मौके पर उपस्थित मिले वहां साफ सफाई एवं समय-समय पर मरीजों की देखभाल करने तथा स्वास्थ्य केन्द्र पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। तत्पश्चात ग्राम पंचायत भवन सिखड़ी पहुचकर वृक्षारोपण महोत्सव के दूसरे दिन पौधरोपण भी किया। वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से 7 शिकायत पत्र प्रेषित किये गये जिसमें मौके पर 02 शिकायत पत्रो का राज्य महिला आयोग की सदस्य द्वारा निस्तारण किया गया। शेष शिकायतो के निस्तारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। उन्होने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी किसी भी शिकायत को मौके पर जाकर सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण कराएं यदि निस्तारण में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो प्रशासन का सहयोग लेकर दोषी के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोई भी शिकायत मिलने पर 3 दिन के अंदर निस्तारण कराने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर कामायनी दूबे, पूर्णकालिक सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, संजय कुमार सोनी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, गाजीपुर, नेहा राय महिला कल्याण अधिकारी, अमित कुमार राय जिला समन्वयक, बेसिक शिक्षा विभाग, त्रिभुवन छात्रावास अधीक्षक, समाज कल्याण विभाग, शिवप्रताप वर्मा प्रभारी निरीक्षक महिला सहायता प्रकोष्ठ परामर्श केन्द्र, खुर्शीदा बानों पैनल अधिवक्ता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, सरोज कुशवाहा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष काशी, सोनिया गिरी जिला उपाध्यक्ष, रेनू यादव एस0ओ0, धनन्जय कुमार प्रजापति जिला सूचना विभाग गाजीपुर व शशि प्रकाश पराविधिक स्वयं सेवक, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर