गाजीपुर 12 जुलाई, 2022 (सू.वि)। तहसील मुहम्मदाबाद के अन्तर्गत करीमुद्दीनपुर ग्राम मेें बनाये गये स्थायी वृहद गौ-आश्रय स्थल पर बायोगैस प्लान्ट का शिलान्यास 12 जुलाई, 2022 को मा0 बलिया सांसद विरेन्द्र सिंह ‘मस्त‘ ने पूरे विधि विधान से पूजा अर्चन कर किया।
मुख्य अतिथि सांसद अपने सम्बोधन में कहा कि हजारो एकड़ में फैली करईल का इलाका दुनिया की सबसे उपजाऊ जमीन में से एक है। लेकिन मगही नदी में बाढ़ के दौरान जल जमाव के कारण किसानो की समय से खेती नही हो पाती है तथा यहि कारण है उनकी आय मे बढोत्तरी नही होतीं। किसानो की आमदनी एंव गाव के लोगो की आय बढाने हेतु कम लागत पर अधिक खेती कर उत्पादन किया जा सकता है। कम लागत से अधिक उत्पादन हो तो किसानो की आय स्वाभाविक रूप से बढेगी। उन्होेने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि मगई नदी के रास्ते यदि किसी प्रकार ंका अवरोध है तो उसे तुरन्त तुडवाकर नदी के बहाव का रास्ता सही किया जाये जिससे बाढ के दौरान इन इलाको में कम से जल जमाव हो सके तथा किसानो को अपने भूमि पर अधिक से अधिक सिचाई, बुवाई का अवसर प्राप्त हो सके।
तत्पश्चात मा0 सांसद महोदय ने विकास खण्ड मुहम्मदाबाद अन्तर्गत ग्राम पंचायत रघुबरगंज से हाटा होते हुए खेमपुर तक मगई नदी के बाहरी सेक्सन सुधार व ड्रेसिंग कार्य का शिलान्याश एंव निरीक्षण किया तथा इस कार्य को जल्द से जल्द कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। तत्पश्चात मा0 सांसद, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी ने मगई नदी तट पर वृक्षारोपण कर उपस्थित लोगो को अधिक से अधिक पौधरोपण की अपील की।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि उ0प्र0 सरकार की गोबर्धन योजना के अन्तर्गत स्थापित किये जा रहे वायोगैस प्लान्ट के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इस बायोगैस प्लांट के संचालन हेतु उपयोग होने वाले गोबर/अपशिष्ट को आटोमिक्चर द्वारा केवल एक आपरेटर द्वारा आटोमैटिक बायोगैस प्लान्ट में भेजा जायेगा, जिससे दैनिक व्यय न्यूतम आयेगा। बायोगैस प्लान्ट से उत्पन्न होने वाली गैस को बिजली में परिवर्तित कर लाइट, पंखा, सबमर्सिबल पम्प, के संचालन एवं खाना पकाने में गैस चुल्हा जलाने हेतु उपयोग में लाया जायेगा। बायोगैस से निकलने वाली स्लरी सुखाकर खाद् के रूप में कृषि कार्य हेतु उपयोग किया जायेगा। बायोगैस प्लान्ट से निकलने वाले खाद् को ग्रामीणो को ब्रिक्री कर प्राप्त धनराशि का उपयोग आवश्यकतानुसार बायोगैस प्लान्ट का अनुरक्षण एवं गौ-आश्रय स्थल का संचालन प्रभावी रूप से किया जायेगा। खाद से ग्रामीणों को आर्गेनिंग खेती हेतु जन-जागरूकता के माध्यम से बढ़ावा दिया जा सकता है जिससे ग्रामीणों के आय में वृद्धि होगी तथा आमजनमानस के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होगा। उन्होने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के गोर्वधन योजना के अन्तर्गत बायोगैस प्लान्ट का निर्माण के प्राक्कलन की धनराशि 34.52 लाख है तथा इसकी क्षमता 60 घन मीटर तथा कार्यदायी संस्था अधि0अभि0 खण्ड कार्यालय उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण गाजीपुर है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी एम पी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता, उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद हर्सिता तिवारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, डी सी मनरेगा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पूर्व विधायक कालीचरण राजभर, ब्लाक प्रमुख भांवरकोल, बाराचवर, एंव अन्य जनपदस्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।