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परिवर्तनशील जगत में जीवन क्षणभंगुर है-कथावाचिका प्रियंका पांडेय

जमानिया(गाजीपुर)। राधाकृष्ण मंदिर देवा बैरनपुर के प्रांगण में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर छः दिवसीय संगीतमय रामकथा के प्रथम दिन कथा सुनाते हुए कथावाचिका प्रियंका पांडेय जी ने कहा कि संसार का तात्पर्य ही है जो क्षण प्रति क्षण सरकता जाए। हमेशा परिवर्तनशील जगत में जीवन भी क्षणभंगुर ही है और इस भव सागर से पार जाने के लिए भगवान की कथा का, भगवान की लीला अथवा नाम का सहारा लेना चाहिए। कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्तियोग ये सभी भगवान तक पहुंचाने में सक्षम हैं।

किसी भी एक मार्ग को निष्ठापूर्वक पकड़ने की जरूरत है। यद्यपि तीनों मार्ग उत्तम है तथापि भक्ति मार्ग सर्वोत्तम है।इस मार्ग में जीव को केवल अपना मन भगवान को समर्पित करना है।
इस अवसर पर बुच्चा जी महाराज ने भी कथा अमृत पान कराया तथा उपेन्द्र यादव ने भक्ति संगीत के माध्यम से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।