गाजीपुर 27 सितम्बर, 2022 (सू.वि)। उप कृषि निदेशक ने बताया कि मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, चिकित्सा के आदेश 13.09.2022 के परिपालन में विगत चार वर्षों की भाति वर्ष 2022 में भी संचारी रोगो की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु 01.10.2022 से 31.10.2022 तक (अक्टूबर चरण) के सफल क्रियान्यवन हेतु 27.10.2022 को विभाग के सभी क्षेत्रीय कार्मिकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कृषि भवन के सभागार में आयोजित किया गया।
उप कृषि निदेशक अतीन्द्र सिंह ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा जन सहभागिता के माध्यम से क्षेत्रीय कर्मचारियों एवं जनसामान्य का सहयोग लेकर प्रचार प्रसार और इससे होने वाली हानियों तथा मानव जीवन पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से जनसमुदाय को अवगत कराते हुए आवासीय घरों एवं खेतों में चूहों को नियंत्रित किया जाय। विगत वर्ष स्क्रब टाइफस एवं लैप्टोस्पाइरोसिस रोग के मामले बढे हैं, जिसका कारण चूहे/छछूंदर घर पर पाये जाने वाले परजीवी है। इसके दृष्टिगत वर्तमान अभियान में जागरूकता पर बल देते हुए कृषकों/जनसामान्य को चूहा/छछूंदर के नियंत्रण हेतु प्रेरित किया जाय। संचारी रोगों के प्रसार के लिए चूहा एवं छछूंदर उत्तरदायी है, इसलिए इन रोगों की रोकथाम के लिए चूहा एवं छछूंदर का भी प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है। इसकी रोकथाम के लिए घरों में ब्रोमोडियोलान 0.005 प्रतिशत के बने चारे की 10 ग्राम मात्रा प्रत्येक जिन्दा बिल में रखने से चूहे उसको खाकर मर जाते है। एल्यूमिनियम फास्फाइड 56 प्रतिशत की उसे 4 ग्राम की मात्रा को बिल में डालकर बिल को बन्द कर देने से उससे निकलने वाली फास्फीन गैस से चूहे मर जाते है, एवं जिंक फास्फाइड 80 प्रतिशत की 1.0 ग्राम मात्रा को सरसो के तेल एवं 48 ग्राम भुने चने से बनाये गये चारे को बिल में रखने पर उसे खाकर चूहे मर जाते है। प्रशिक्षण में जिला कृषि अधिकारी मृत्युन्जय कुमार सिंह, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर सचिन कुमार मिश्रा एवं अशोक कुमार वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-बी (कृ०र०) आदि उपस्थित रहे।