गाजीपुर 02 अक्टूबर, 2022 (सू.वि)। रविवार को प्रातः 08ः00 बजे से जनपद न्यायालय गाजीपुर के दस कक्षीय सभागार में ‘‘गांधी जयंती‘‘ अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया।
सुरेन्द्र सिंह-प्प्, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर द्वारा बताया गया कि गांधी जी की 153वीं जयंती पुरे देश में हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है। महात्मा गांधी एक नाम ही नहीं बल्कि एक दर्शन भी है। उन्होनें बताया कि महात्मा गांधी द्वारा बताये गये सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर पुरा विश्व आज चल रहा है। उनके दर्शनों को पाश्चात्य देश जैसे अमेरिका, इंगलैंड, फ्रांस, जर्मनी इत्यादि अपना रहे है। महात्मा गांधी जी जो बात कहते थे उसको अपने व्यक्तिगत जीवन में भी अपनाते थे। इसलिए गांधी जयंती मनाने की सही प्रासंगिकता तब होगी जब हम सभी लोग कर्तव्य परायणता पर बल दे तथा किसी को किसी प्रकार की हानी न होने दें। अपने जीवन में गांधी जी के विचारधारा को आत्मसात करें व अमल करें। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्तागण रणजीत सिंह, अनिल श्रीवास्तव एवं अभय आनन्द आदि वक्ताओं ने भी संबोधन किया।
इस अवसर पर न्यायिक अधिकारीगण में दुर्गेश, विशेष न्यायाधीश, ई0सी0 एक्ट गाजीपुर द्वारा गांधी जी के जीवन परिचय उनके सिद्धांतो आदि को विस्तार पूर्वक बताया तथा शरद कुमार चौधरी, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, गाजीपुर द्वारा बताया गया कि गांधी जी द्वारा समाज में फैली हुई बुराईयों जैसे आडम्बरवाद, पाखण्डवाद, छुवा-छूत, भेद-भाव का घोर विरोध किया तथा अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए देश को आजद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी है। कार्यक्रम का शुभारम्भ सुरेन्द्र सिंह-प्प्, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर एवं गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यापर्ण कर किया गया। मंच का संचालन श्री स्वप्न आनन्द, सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) गाजीपुर द्वारा किया गया एवं इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित अधिवक्तागण, न्यायिक अधिकारीगण, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगण, सुरक्षाकर्मी एवं अन्य लोगो का अभार व्यक्त किया गया।